मध्य प्रदेश के बिजली तकनीकी कर्मियों से 16 घंटे की ड्यूटी कराना बंद किया जाये

कामगार एकता कमिटी (केईसी) संवाददाता की रिपोर्ट

मध्य प्रदेश विद्युत मंडल तकनीकी कर्मचारी संघ के प्रांतीय महासचिव श्री हरेंद्र श्रीवास्तव ने बताया कि त्यौहारों के दिनों में अधिकारी मानवीयता को दरकिनार और श्रम नियमों का उल्लंघन करते हुए तकनीकी कर्मचारियों की 16 घंटे की ड्यूटी लगा देते हैं।

उन्होंने कहा कि जब बिजली उपभोक्ता एवं अन्य विभागों के अधिकारी-कर्मचारी हर्षोल्लास के साथ त्यौहार मनाते हैं, उस समय विद्युत तकनीकी कर्मी उपभोक्ता सेवा सर्वोपरि को ध्यान में रखते हुए पूरे लगभग 10 दिनों तक अपने परिवार को समय न देकर विद्युत तंत्र को संभालने में जी-जान से लगे रहते हैं।

श्री श्रीवास्तव ने बताया कि बिजली कंपनी के आउटसोर्स कर्मी, संविदा कर्मी और नियमित कर्मचारी दिन-रात विद्युत तंत्र को संभालता है, ताकि उपभोक्ताओं की बिजली बंद न हो और वे हर्षोल्लास से त्योहार मना सकें। तकनीकी कर्मी इस बात का विशेष ध्यान रखकर कार्य करता है कि सभी उपभोक्ताओं के घर रोशन रहें, किसी के घर अंधेरा न हो।

संघ ने तीनों विद्युत वितरण कंपनी के प्रबंधकों से मांग की है कि अधिकारियों द्वारा श्रम नियमों का बार-बार उल्लंघन किया जा रहा है, जिसके लिए उन पर कड़ी कार्यवाही की जाये। इसके साथ ही विशेष अवसरों पर आउटसोर्स कर्मी, संविदा कर्मी और नियमित कर्मचारियों से लगातार 16 घंटे लगातार कार्य न कराते हुए आठ-आठ घंटे की ड्यूटी लगाई जाए।

 

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