केंद्रीय ट्रेड यूनियनों ने सिल्क्यारा सुरंग में फंसे 41 श्रमिकों के बचाव अभियान में तेजी लाने और ओएसएच (OSH) पर संहिता सहित सभी चार संहिताओं को वापस लिये जाने की माँग की

केंद्रीय ट्रेड यूनियनों, क्षेत्रीय महासंघों/संघों के मंच द्वारा जारी प्रेस विज्ञप्ति

प्रेस विज्ञप्ति

निम्नलिखित बयान 22 नवंबर 2023 को केंद्रीय ट्रेड यूनियनों, क्षेत्रीय महासंघों/संघों के मंच द्वारा जारी किया गया था।

सिल्क्यारा सुरंग में फंसे 41 श्रमिकों की दुर्घटना व्यावसायिक सुरक्षा और स्वास्थ्य के प्रति सरकार के उदासीन रवैये को उजागर करती है।

केंद्रीय ट्रेड यूनियनों और सेक्टोरल फेडरेशनों/एसोसिएशनों के मंच ने उत्तराखंड में सिल्कयारा सुरंग ढहने की जिम्मेदारी लेने में अधिकारियों की विफलता पर अपना गुस्सा व्यक्त किया है।

कार्यस्थल पर दुर्घटनाएं उजागर करती हैं कि कार्यस्थल पर श्रमिकों की सुरक्षा के लिए कानून न केवल वैसे ही कमजोर हैं बल्कि उनकी पालना में भी लगातार उल्लंघना की जाती है। हर घटना के साथ जो भी मौजूदा मानदंड हैं उनकी कमजोरी व उल्लंघना उजागर होती है। नवीनतम, सिल्क्यारा सुरंग ढहना, ऐसी दुर्घटनाओं की श्रृंखला में से एक है।

सुरंग में 41 मजदूर फंसे हुए हैं और यह उनके और उनके परिवारों के लिए जीवन और मृत्यु का प्रश्न है।

रेस्क्यू ऑपरेशन की निगरानी के लिए केंद्र से टीम काफी देर से भेजी गयी।

अन्य श्रमिक बता रहे हैं कि लंबी सुरंगों के निर्माण में ऐसी आपातकालीन स्थितियों से निपटने के लिए तथा बचाव के लिए अनिवार्य भागने के मार्गों/सुरंगों की योजना ही नहीं बनाई गई थी!

भूविज्ञानी और विशेषज्ञ बता रहे हैं कि भारत में सुरंग निर्माण में शामिल कंपनियां और एजेंसियां खर्च कम करने और अधिक मुनाफा कमाने के लिए उनके द्वारा सुझाई गई सुरक्षा चिंताओं और उपायों को नजरअंदाज कर देती हैं। न्यू ऑस्ट्रियाई टनलिंग विधि के सिद्धांतों, जो एक निर्माण विधि और एक डिजाइन दर्शन दोनों हैं, का भी सही अर्थों में पालन नहीं किया जाता है। एक विशेषज्ञ ने गंभीर चिंता जताई है कि सुरंग के अंदर उत्पन्न होने वाली जहरीली गैसों को बाहर नहीं निकाला जा रहा है। मजदूरों ने शिकायत की कि पहले हुए हादसों के बाद जो ह्यूम पाइप लगाए गए थे, उन्हें भी सुरंग में काम पूरा होने से पहले ही हटा दिया गया था।

हमारी मांग है कि मजदूरों को बचाने के लिए बचाव अभियान में तेजी लाई जाए। टेंडर से लेकर सुरंग के काम के विभिन्न चरणों तक किसी भी स्तर पर हुई ढिलाई की गहन जांच होनी चाहिए।

हम “व्यापार करने में आसानी” के आधार पर व्यावसायिक सुरक्षा और स्वास्थ्य संहिता को तुरंत वापस लेने की मांग करते हैं, जो वर्तमान में मौजूद सभी सुरक्षा उपायों को न केवल कमजोर करता है, बल्कि श्रमिकों को सुरक्षा जाल से बाहर कर देता है।

सरकार को स्वास्थ्य और सुरक्षा के बारे में ILO सम्मेलनों की पुष्टि करनी चाहिए, जिन्हें ILO ने 2022 के सत्र में कार्यस्थल पर अधिकारों के मौलिक सिद्धांतों के तहत लाया है।

हम मांग करते हैं कि ओ एस एच (OSH) पर संहिता सहित सभी चार संहिताओं को वापस लिया जाए और कानूनों के संहिताकरण पर श्रमिकों की चिंताओं को दूर करने के लिए जल्द से जल्द आई एल सी (ILC) आयोजित की जाए।

इंटक एआईटीयूसी एचएमएस सीटू एयूटीयूसी TUCC सेवा एआईसीसीटीयू एलपीएफ यूटीयूसी
और स्वतंत्र क्षेत्रीय संघ/संघ

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