इंडियन रेलवे सिग्नल & टेलीकॉम मेन्टेनर्स यूनियन (IRSTMU) से प्राप्त रिपोर्ट
अहमदाबाद मंडल में शाहिबाग केबिन में कल दोपहर बाद दो सिग्नल कर्मचारी बुरी तरह OHE (over-head equipment) से जल गए। घटना के तुरंत बाद दोनों कर्मचारियों को सिविल अस्पताल, अहमदाबाद ले जाया गया जहां से परिजनों के रेल प्रशासन से आग्रह पर साल हॉस्पिटल रेफर कर दिया गया जहां उन्हें गंभीर हालत में ICU में भर्ती कराया गया है।
मामला पूरी तरह से प्रशासन की लापरवाही का है। बिना OHE ब्लॉक लिये ही सिग्नल S-12 को शिफ्ट करने का काम कराया जा रहा था जिसके कारण दोनों सिग्नल कर्मचारी OHE की चपेट में आ गए। कर्मचारियों के बार – बार आग्रह करने पर भी ऑफिसर इंचार्ज ने OHE ब्लॉक लिए बगैर काम करने के लिए दबाव डाला जिसके कारण दो सिग्नल कर्मचारी OHE की चपेट में आ गए। यहां तक कि रस्सा भी टूट गया था पर कर्मचारियों की बातों को नजर अंदाज किया गया और टूटे रस्से के भरोसे कर्मचारियों की जान को जोखिम में डाला गया।
इससे पहले भी टूटे रस्से की वजह से कुछ ही दिनों पहले दो कर्मचारी घायल हो चुके हैं पर फिर भी प्रशासन कर्मचारियों की जिंदगी दांव पर लगा रहे हैं।
बिना ब्लॉक लिए काम करवाना आम बात हो गई है। भारतीय रेल के लिए गाड़ियों का समय पालन अब कर्मचारियों की सुरक्षा से ज्यादा महत्वपूर्ण हो गया है।
यहां तक कि घायल कर्मचारियों को IOD तक नहीं दी जाती है और कर्मचारियों को परेशान किया जाता है।