कामगार एकता कमेटी (केईसी) संवाददाता की रिपोर्ट
चंडीगढ़ केंद्र शासित प्रदेश (यूटी) के बिजली विभाग के प्रस्तावित निजीकरण के विरोध में बिजली कर्मचारियों और इंजीनियरों द्वारा एक सामूहिक रैली निकाली गई। रैली में उत्तरी क्षेत्र के हजारों कर्मचारियों ने भाग लिया।
इसमें शामिल होने वालों में इंजीनियर शैलेंद्र दुबे, इंजीनियर पदमजीत सिंह, कॉम. मोहन शर्मा, कॉम. सुभाष लांबा, कॉम. समीउल्लाह, गोपाल दत्त जोशी, इंजीनियर कार्तिकेय दुबे, इंजीनियर विजय कुमार, इंजीनियर यशपाल शर्मा, इंजीनियर अजयपाल सिंह अटवाल, इंजीनियर वाई एस तोमर, इंजीनियर अमित रंजन, इंजीनियर अनिल मिश्रा, इंजीनियर राजेश्वर सिंह जामवाल, इंजीनियर विजेंद्र लांबा, इंजीनियर अनिल नागर और उत्तरी क्षेत्र के विभिन्न राज्यों के अन्य पदाधिकारी शामिल थे।
22 नवंबर को चंडीगढ़ में बिजली कर्मचारियों और इंजीनियरों की राष्ट्रीय समन्वय समिति (NCCOEEE) की इंजीनियर के.पी. सुभाष लांबा की अध्यक्षता में बैठक हुई जिसने निम्न निर्णय लिये:
1. सुप्रीम कोर्ट में कानूनी लड़ाई लड़ने के लिए यूटी पावर मेन कर्मचारी यूनियन को सभी अखिल भारतीय महासंघों द्वारा पूर्ण वित्तीय सहायता प्रदान की जाएगी।
2. यूटी पावर मेन कर्मचारी यूनियन यूटी प्रशासन को एक नोटिस देगा कि यदि आशय पत्र (LOI) जारी करने और यूटी बिजली विभाग को एक निजी कंपनी को सौंपने का कोई एकतरफा निर्णय लिया जाता है, तो बिना किसी और नोटिस के यूटी बिजली कर्मचारी तुरंत अनिश्चितकालीन कार्य बहिष्कार शुरू कर देंगे। समर्थन में, देश भर में बिजली कर्मचारियों और इंजीनियरों के राष्ट्रव्यापी प्रदर्शन आयोजित किए जाएंगे।
3. चंडीगढ़ बिजली कर्मचारियों के साथ एकजुटता दिखाने के लिए, बिजली कर्मचारियों की विरोध बैठकें / प्रदर्शन 6 दिसंबर 2024 को हर राज्य / केंद्र शासित प्रदेश में राज्य की राजधानियों में आयोजित किए जाएंगे।
4. चंडीगढ़ में बड़े पैमाने पर सत्याग्रह धरना दिया जाएगा, जिसमें हर दिन देश के हर राज्य से सैकड़ों बिजली कर्मचारी भाग लेंगे। पहले चरण में, उत्तरी क्षेत्र के राज्यों के कर्मचारी छह दिनों के लिए चंडीगढ़ आएंगे। राज्यवार सत्याग्रह कार्यक्रम का विस्तृत कार्यक्रम जल्द ही घोषित किया जाएगा।
ऑल इंडिया पॉवर इंजीनियरस फेडरेशन (AIPEF) के अध्यक्ष शैलेन्द्र दुबे ने चंडीगढ़ रैली में NCCOEEE के निर्णयों की घोषणा की, जिसका हजारों बिजली कर्मचारियों ने इंकलाब जिंदाबाद के नारे लगाकर गर्मजोशी से स्वागत किया।