कामगार एकता कमेटी (केईसी) संवाददाता की रिपोर्ट
10 फरवरी को महाराष्ट्र के सिंधुदुर्ग जिले के कुडाल में तहसीलदार कार्यालय से शुरू हुए प्रदर्शन में बड़ी संख्या में महिलाओं समेत करीब एक हजार लोगों ने हिस्सा लिया। प्रदर्शन अधीक्षण अभियंता महावितरण (महाराष्ट्र बिजली वितरण कंपनी) के कार्यालय तक गया। यह प्रदर्शन वीज ग्राहक संघर्ष समिति के बैनर तले आयोजित किया गया था। इसका नेतृत्व दूसरों के बीच श्रमिक मुक्ति दल के कॉमरेड संपत देसाई और शिवसेना (यूबीटी), कांग्रेस और एनसीपी (सपा) के स्थानीय नेताओं ने किया था।
प्रदर्शनकारियों ने ‘निजीकरण करने वाली सरकार मुर्दाबाद’, ‘बिजली हमारे हक्क की-नहीं किसी के बाप की’, ‘अडानी चले जाओ’, ‘स्मार्ट मीटर योजना मंजूर नहीं, मंजूर नहीं’ जैसे जुझारू नारे लगाए।
जुझारू प्रदर्शन के परिणामस्वरूप अधीक्षण अभियंता को मजबूरन अदानी एनर्जी सॉल्यूशन अहमदाबाद को पत्र लिखकर कुडाल और कंकावली क्षेत्रों में अगले आदेश तक काम बंद करने को कहा गया।
बिजली उपभोक्ताओं और कर्मचारियों को पूंजीपतियों की स्मार्ट मीटर योजना को खत्म करने के लिए पूरे महाराष्ट्र में इस तरह की कार्रवाई तेज करने और फैलाने की जरूरत है।