बिजली कंपनियों के प्रशासन ने मामला नहीं सुलझाया तो महराष्ट्र के बिजलीकर्मी 6 मार्च को एक-दिवसीय हड़ताल करेंगे

महाराष्ट्र स्टेट इलेक्ट्रिसिटी वर्कर्स फेडरेशन की प्रेस विज्ञप्ति

प्रेस विज्ञप्ति दिनांक
27-फरवरी-2025

बिजली कर्मचारियों की लंबित मांगों को लेकर पूरे महाराष्ट्र में बिजली कर्मचारियों द्वारा प्रदर्शन
6 मार्च को हड़ताल पर रहेंगे बिजली कर्मचारी

महाराष्ट्र राज्य बिजली कामगार महासंघ की ओर से लातूर, औरंगाबाद, नागपुर, भांडुप, पुणे, कल्याण, कोल्हापुर, अकोला, अमरावती, चंद्रपुरा, गोंदिया, रत्नागिरी, बारामती, नासिक, जलगांव, नांदेड़ में वितरण, उत्पादन, पारेषण बिजली कंपनियों के 86000 कर्मचारियों, इंजीनियरों, अधिकारियों और 32000 अनुबंध श्रमिकों की लंबित 24 मांगों के लिए, कराड पारेषण, नाशिक पारेषण, एकलाहरे, भुसावल, खापरखेड़ा, कोराडी, चंद्रपुर पोफली, परली वैजनाथ पावर स्टेशन के हजारों कार्यकर्ताओं ने घर-घर जाकर बैठक की और विरोध प्रदर्शन किया।

हमारी माँगें:

– महावितरण कंपनी में काम करने वाले तकनीशियनों, वरिष्ठ तकनीशियनों, मुख्य तकनीशियनों और मुख्य तकनीशियनों के काम के 8 घंटे तय करना,

– वसूली के दमन को रोकने के लिए सभी संबंधितों पर वसूली की जिम्मेदारी तय कर इसके प्रभावी कार्यान्वयन के लिए संशोधित परिपत्र जारी करें,

– तकनीकी कर्मचारियों और यांत्रिकी के वेतन गैर-भुगतान समिति के समक्ष लंबित मुद्दों का निपटारा करें,

– महाराष्ट्र राज्य बिजली बोर्ड और उत्पादन, ट्रांसमिशन, वितरण बिजली कंपनियों के कर्मचारियों के लिए पेंशन योजना लागू करें,

– बिजली कंपनियों में 32000 से अधिक अनुबंधों, ईपीएफ-95 पेंशन के संबंध में भ्रम को तुरंत दूर करें,

– वरिष्ठता सूची तैयार कर कर्मियों को समायोजित करें,

– महावितरण कंपनी के 329 सब-स्टेशनों को अनुबंध के आधार पर चलाने की अनुमति नहीं दें,

– महावितरण कंपनी के स्वीकृत पदों के तहत अधिसूचना के माध्यम से 100 प्रतिशत तकनीकी कर्मचारियों को भरकर तकनीकी कर्मचारियों से भरें,

– उत्पादन, वितरण और पारेषण बिजली कंपनियों में पिछड़ा वर्ग के बैकलॉग सहित 42,000 रिक्त स्वीकृत पदों को तुरंत भरें,

– मेडिक्लेम नीति उन्मुख बीमा कंपनी में यूनियन से चर्चा कर तीनों विद्युत कंपनियों में स्थानांतरण नीति निर्धारित करने तथा मेडी असिस्ट टीपीए के विरुद्ध शिकायतों के संबंध में तत्काल बैठक आयोजित करें,

– महापारेषण की हॉट लाइन इकाई में कार्यरत कर्मचारियों के हॉटलाइन भत्ते एवं वेतन वृद्धि को समझौते के अनुसार नए वेतनमान पर तुरंत लागू करें,

– महापारेषण के स्टाफ सेटअप में विसंगति दूर करें,

– महापारेषण के सभी पदों पर सीधी भर्ती डिग्री धारकों के लिए आरक्षित करें,

– महापारेषण के कामकाजी मानदंडों में संशोधन करें और सभी इंजीनियर/तकनीकी पदों पर स्टाफ सेटअप में काम करें।

– नियमों का निर्धारण, महापारेषण में एक स्तरीय वेतनमान के संबंध में उचित दिशा-निर्देश जारी करें,

– तीनों कंपनियों में तकनीकी/तकनीकी पदों पर तत्काल पदोन्नति पैनल लें,

– नवसृजित नगरपालिका क्षेत्र में शाखा कार्यालयों के लिए कनिष्ठ कार्यालय सहायक पद का सृजन करें,

– प्रधान कार्यालय, जोन, बोर्ड और मंडल स्तर पर लंबित मृत कर्मियों के उत्तराधिकार के मामलों का निपटारा करें,

– महानिर्मिती कंपनी के स्वामित्व वाले 16 जलविद्युत संयंत्रों के निजीकरण को रद्द करें,

– वर्दी सिलाई बिल को बढ़ाया जाए,

– आंतरिक भर्ती के लिए आरक्षित पद का विज्ञापन तुरंत निकाला जाए,

– तकनीशियनों, वरिष्ठ तकनीशियनों, मुख्य तकनीशियनों और मुख्य तकनीशियनों और अन्य तकनीकी कर्मचारियों को समान रूप से वाहन भत्ता दिया जाए,

– इलेक्ट्रीशियन और अन्य सहायकों की तीन साल की अवधि को सामान्य आदेश -74 और सेवा ग्रेच्युटी के लिए विचार किया जाए,

– वाहन चालकों के सुपर कल्याण भत्ते के संबंध में एक समान नीति निर्धारित की जाए।
आज के आंदोलन के बाद तीनों बिजली कंपनियों के प्रशासन ने मामला नहीं सुलझाया, तो 6 मार्च को इंजीनियरों और संविदा कर्मियों की मांगों को लेकर राज्य के 86 हजार कर्मचारी एक दिवसीय हड़ताल पर जाने की घोषणा की गयी।

आंदोलन का नेतृत्व कॉमरेड मोहन शर्मा, अध्यक्ष, कॉमरेड सी एम देशमुख, कार्यकारी अध्यक्ष, कॉमरेड कृष्णा भोयर, महासचिव, कॉमरेड महेश जोत्राओ, अतिरिक्त महासचिव और सभी केंद्रीय उपाध्यक्ष, उप महासचिव, राज्य कोषाध्यक्ष, संयुक्त सचिव और अन्य पदाधिकारियों ने किया।

आपका वफादार

कामरेड कृष्णा भोयर

महासचिव

9930003608

MSEWF Gate meetings all over Maharashtra

 

 

 

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