हरियाणा पावर इंजीनियर्स एसोसिएशन (HPEA) के सदस्यों ने 4 अक्टूबर 2021 को पूरे हरियाणा में उत्तराखंड बिजली कर्मचारियों और इंजीनियरों के आंदोलन के समर्थन में और हरियाणा विद्युत प्रसार निगम के अपने इंजीनियरों और तकनीकी कर्मचारियों को हड़ताल ड्यूटी के लिए उत्तराखंड में प्रतिनियुक्त करने के निर्णय के खिलाफ विरोध बैठकें कीं।
हरियाणा पावर इंजीनियर्स एसोसिएशन (HPEA) के सदस्यों ने 4 अक्टूबर 2021 को हिसार, रोहतक, भिवानी, पानीपत, कैथल और अन्य सर्कल मुख्यालयों में उत्तराखंड बिजली कर्मचारियों और इंजीनियरों के चल रहे आंदोलन के समर्थन में और हरियाणा विद्युत प्रसार निगम (एचवीपीएन) के अपने इंजीनियरों और तकनीकी कर्मचारियों को हड़ताल ड्यूटी के लिए उत्तराखंड के पावर ट्रांसमिशन कॉरपोरेशन में प्रतिनियुक्त के निर्णय के खिलाफ विरोध बैठकें कीं। एसोसिएशन ने अपने सदस्यों से अवैध हड़ताल ड्यूटी में शामिल नहीं होने के लिए कहा।
श्री राम पाल, अध्यक्ष एवं एचपीईए के महासचिव श्री के के मलिक ने बताया कि उत्तराखंड सरकार के बिजली मंत्री द्वारा जुलाई 2021 में मूल समयमान, भत्तों में संशोधन और संविदा कर्मचारियों का नियमितीकरण बहाली के संबंध में दी गई लिखित प्रतिबद्धताओं को पूरा करने में विफल रहने के बाद उत्तराखंड बिजली कर्मचारी और इंजीनियर हड़ताल पर जाने को मजबूर हुए हैं।
ऑल इंडिया पावर इंजीनियर्स फेडरेशन (एआईपीईएफ) के प्रवक्ता श्री वी के गुप्ता ने बताया कि एआईपीईएफ ने हरियाणा के मुख्यमंत्री को पत्र लिखकर एचवीपीएन द्वारा अपने कर्मचारियों और इंजीनियरों की उत्तराखंड में प्रतिनियुक्ति के लिए जारी हड़ताल ड्यूटी आदेशों को वापस लेने के लिए कहा है।