श्री रूपम रॉय, महासचिव, ऑल इंडिया बैंक ऑफिसर्स कॉन्फ़ेडरेशन (AIBOC) से प्राप्त पत्र
प्रिय डॉ. मैथ्यू,
ऑल इंडिया बैंक ऑफिसर्स कॉन्फ़ेडरेशन (AIBOC) की ओर से नमस्कार।
हम सर्व हिन्द निजीकरण विरोधी फोरम (AIFAP) में शामिल होने के आपके निमंत्रण के लिए आभार व्यक्त करते हैं और उसकी सराहना करते हैं तथा विभिन्न क्षेत्रों में सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रमों के निजीकरण का विरोध करने के लिए मंच के निरंतर और एकजुट प्रयासों की सराहना करते हैं।
AIFAP का एजेंडा और गतिविधियाँ सार्वजनिक क्षेत्र के संस्थानों की सुरक्षा, मज़दूरों के अधिकारों की रक्षा और राष्ट्रीय विकास में सार्वजनिक स्वामित्व की भूमिका को कमज़ोर करने वाली नीतियों का विरोध करने की AIBOC की दीर्घकालिक प्रतिबद्धता के अनुरूप हैं।
तदनुसार, AIBOC AIFAP में अपनी भागीदारी की पुष्टि करता है और इस एकजुट संघर्ष के प्रति अपनी एकजुटता व्यक्त करता है। हमारा मानना है कि निजीकरण, ठेकाकरण और निगमीकरण के खतरों से सार्वजनिक क्षेत्र की रक्षा के लिए सभी क्षेत्रों और संगठनात्मक संबद्धताओं के बीच सामूहिक कार्रवाई अत्यंत महत्वपूर्ण है।
हम फोरम की पहलों में सक्रिय रूप से शामिल होने, इसके विचार-विमर्श में योगदान देने और अपने साझा उद्देश्य को मज़बूत करने के लिए अभियानों, बैठकों और संयुक्त कार्यों में सहयोग करने के लिए तत्पर हैं।
आपका साथी,
रूपम रॉय
महासचिव
ऑल इंडिया बैंक ऑफिसर्स कॉन्फ़ेडरेशन (AIBOC)