मुंबई मंडल में अमानवीय नियमों की वजह से मालगाड़ी चलाने वाले कर्मचारियों ने किया काम का बहिष्कार

श्री कमल सिंह, AILRSA, मुंबई मंडल की रिपोर्ट

1 अप्रैल 2022 को मुंबई मंडल (डिवीजन) में रेलवे अधिकारियों ने रनिंग स्टाफ को, यानि लोको पायलट, सहायक लोको पायलट और गुड्स गार्ड जैसे माल यातायात का संचालन करने वाले स्टाफ को एक सर्कुलर जारी किया। सर्कुलर के अनुसार उनके ड्यूटी रोस्टर में बदलाव किया जाएगा। पहले रनिंग स्टाफ अपने मुख्यालय से निकल जाता था और ड्यूटी करने के बाद अपने मुख्यालय लौटता था और हस्ताक्षर (sign off) करता था। लेकिन अब मान लीजिए कि किसी का मुख्यालय कल्याण स्टेशन है तो उसे पनवेल स्टेशन पर ड्यूटी साइन ऑफ करने के लिए कहा जाएगा। फिर वहां 5 से 6 घंटे आराम करनेके बाद अगली ड्यूटी के लिए उन्हें वसई रोड स्टेशन पर साइन ऑफ करने के लिए कहा जाएगा, तथा वहां 5 से 6 घंटे आराम करने के बाद अगली ड्यूटी पर उन्हें अंततः कल्याण मुख्यालय लौटने और वहां से हस्ताक्षर करने के लिए कहा जाएगा। इस तरह रनिंग स्टाफ को बिना उचित नींद और आराम के, पारिवारिक और सांस्कृतिक जीवन से रहित और पूरी तरह से थके हुए 2 से 3 दिनों के लिए अपने घर से दूर रखा जाएगा।

इन अमानवीय नियमों के विरोध में माल यातायात का संचालन करने वाले मुंबई मंडल के पूरे रनिंग स्टाफ ने 6 अप्रैल 2022 की सुबह 10 बजे से काम का बहिष्कार किया और 7 अप्रैल की रात तक वह जारी है। मुंबई मंडल में पूरा माल यातायात ठप हो गया है।

पूरे आंदोलन को अनायास आयोजित किया गया है और रेलवे अधिकारियों द्वारा जारी किए गए नए सर्कुलर के खिलाफ मुंबई मंडल के माल चलाने वाले कर्मचारियों की भारी नाराजगी को दर्शाता है। इसमें रेलवे के सभी विभिन्न यूनियनों के रनिंग स्टाफ की भागीदारी है।

 

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