श्री शैलेन्द्र दुबे, चेयरमैन, ऑल इंडिया पॉवर इंजीनियर्स फेडरेशन (AIPEF)
आज के ही दिन जयपुर में एनसीसीओईईई की स्थापना हुई थी। एनसीसीओईईई की स्थापना का विचार जनवरी 2000 में उत्तर प्रदेश में हुई बिजली कर्मियों की ऐतिहासिक हड़ताल थी जिसमें 22,000 से अधिक बिजली कर्मी जेल गये और 20,000 से अधिक बिजली कर्मियों को सेवा से बर्खास्त किया गया। उप्र की इस हड़ताल के समर्थन में देश के इतिहास में पहली बार देश भर के बिजली कर्मचारियों व इंजीनियरों ने एक दिन की राष्ट्रव्यापी हड़ताल की थी। यहीं से राष्ट्रीय स्तर पर कोऑर्डिनेशन कमेटी बनाने का विचार आया और 30 अप्रैल को जयपुर में एनसीसीओईईई का गठन हुआ।
एनसीसीओईईई के गठन के प्रणेता कामरेड ए बी बर्धन, कामरेड ई बालानन्दन, मा दत्तोपंत ठेंगडी आज हमारे बीच में भौतिक रूप से नहीं हैं किन्तु अपने विचारों से वे हमारा सदैव मार्गदर्शन करते रहेंगे।
एनसीसीओईईई ने बिजली सेक्टर को बचाने की कई लड़ाइयां लड़ी हैं और सफलता भी प्राप्त की है। 22 वर्ष कम नहीं होते। अपनी एकता बनाये रखते हुए हमें देश के पॉवर सेक्टर को बचाये रखने का अभियान और अधिक एकजुटता के साथ जारी रखना होगा।
– एनसीसीओईईई जिन्दाबाद।
– बिजली कर्मचारी- इंजीनियर एकता जिन्दाबाद।
– इन्कलाब जिन्दाबाद।
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