ऑल इंडिया फेडरेशन ऑफ पावर डिप्लोमा इंजीनियर्स (AIFOPDE) का उसकी सभी इकाइयों को निर्देश
नेशनल कोऑर्डिनेशन कमिटी ऑफ इलेक्ट्रिसिटी इम्प्लॉइज एन्ड इंजीनियर्स के तत्वाधान में नेशनल कन्वेंशन, कॉन्स्टिट्यूशन क्लब, 2 अगस्त 2022
इलेक्ट्रिसिटी (अमेंडमेंट) बिल 2022 के विरोध में नेशनल कोऑर्डिनेशन कमिटी ऑफ इलेक्ट्रिसिटी इम्प्लॉइज एन्ड इंजीनियर्स के तत्वाधान में हुई
अहम राष्ट्रीय कन्वेंशन में सर्वसम्मति से पुरज़ोर विरोध करने का प्रस्ताव पारित किया गया, जिसका विवरण इस प्रकार है:-
इलेक्ट्रिसिटी एक्ट 2003 में संपूर्ण विद्युत वितरण क्षेत्र का निजीकरण करने हेतु एकतरफा किए जा रहे संशोधन के विरोध में बिजली कर्मियों को अपना समर्थन देने के लिए कई सांसदों ने सम्मेलन में आकर इलेक्ट्रिसिटी (अमेंडमेंट) बिल 2022 का विरोध किया और इसके विरोध में बिजली कर्मियों के आंदोलन को पूरा समर्थन दिया। मुख्यतया आम आदमी पार्टी के एमपी संजय सिंह, मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी के एमपी ई करीम और बिनय विश्वम, कई वर्ष सांसद रहे वरिष्ठ मजदूर नेता तपन सेन, संयुक्त किसान मोर्चा के हन्नान मोल्ला, एटक, सीटू, इंटक, एचएमस, एआईयूटीयूसी के राष्ट्रीय नेताओं ने बिजली कर्मियों के संघर्ष को पुरजोर समर्थन का एलान किया।
श्री संजय सिंह और ई करीम ने यह जानकारी भी दी कि संसदीय मामलों के मंत्री श्री प्रहलाद जोशी ने आज 2 अगस्त को प्रातः 11:00 बजे सभी राजनीतिक दलों के संसदीय दल के नेताओं को बुलाकर यह बताया कि केंद्र सरकार ने यह निर्णय लिया है कि इलेक्ट्रिसिटी (अमेंडमेंट) बिल 2022 संसद के मानसून सत्र में रखा जाएगा और पारित कराया जाएगा। श्री संजय सिंह और ई करीम तथा विपक्ष के अन्य नेताओं ने इसका प्रबल विरोध किया और माँग की कि इलेक्ट्रिसिटी (अमेंडमेंट) बिल 2022 को सभी स्टेक होल्डर्स से विस्तृत चर्चा हेतु संसद की बिजली मामलों की संसदीय समिति को रेफर किया जाये किंतु इस संबंध में श्री प्रहलाद जोशी ने कोई स्पष्ट आश्वासन नहीं दिया। इससे स्पष्ट है कि अगले सप्ताह कभी भी संसद में इलेक्ट्रीसिटी (अमेंडमेंट) बिल 2022 रखा जा सकता है।
नेशनल कोऑर्डिनेशन कमिटी ऑफ इलेक्ट्रिसिटी इम्प्लाइज एंड इंजीनियर्स ने यह फैसला लिया है कि यदि केंद्र सरकार ने जोर जबरदस्ती से इलेक्ट्रिसिटी (अमेंडमेंट) बिल 2022 को पारित कराने की कोशिश की तो जिस दिन संसद में यह बिल रखा जाएगा उसी दिन देशभर के तमाम बिजली कर्मचारी, जूनियर इंजीनियर और इंजीनियर तत्काल काम बंद कर कार्य स्थल छोड़ देंगे और एक स्थान पर एकत्र होकर दिन भर विरोध प्रदर्शन करेंगें। इसके अतिरिक्त 10 अगस्त को देशभर में सभी जिलों और परियोजना मुख्यालयों पर बिजली कर्मचारी व्यापक विरोध प्रदर्शन कर अपनी एकजुटता का प्रदर्शन करेंगें।
इलेक्ट्रिसिटी (अमेंडमेंट) बिल 2022 के पुरज़ोर विरोध के लिये AIFOPDE की सभी राज्य इकाइयों को उपरोक्त तय 10 अगस्त के विरोध प्रदर्शन समेत केंद्र सरकार के बिल पेश करने के बाद किये जाने वाले #तुरंत काम बंद आंदोलन# को सफल बनाने के लिये अपने सभी स्तरों पर तैयारी करने के लिए निर्देशित किया जाता है। इस संबंध में फेडरेशन जल्द ही ऑनलाइन मीटिंग भी आयोजित करेगी।
आज की इस राष्ट्रीय कन्वेंशन में फेडरेशन की ओर से हमारे राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री आर० के० त्रिवेदी जी, पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री एस०एम०सिंहजी, वित्त सचिव श्री जसवंत राय जी, राष्ट्रीय उपमहासचिव श्री दविंदर सिंह जी, पंजाब के अध्यक्ष श्री परमजीत सिंह जी व उनकी पंजाब टीम, आंध्र प्रदेश से उपमहासचिव श्री बी० के० मिश्रा जी, उत्तर प्रदेश टीम से आये हुए सदस्यगण ने प्रतिभाग किया।
इंकलाब जिंदाबाद!
अभिमन्यु धनखड़
राष्ट्रीय महासचिव
AIFOPDE