महाराष्ट्र राज्य विद्युत कर्मचारी, इंजीनियर, अधिकारी संघर्ष समिति का संदेश
(मराठी संदेश का हिंदी अनुवाद)
महाराष्ट्र राज्य वीज कामगार, अभियन्ते, अधिकारी संघर्ष समिती (महाराष्ट्र राज्य विद्युत कर्मचारी, इंजीनियर, अधिकारी संघर्ष समिति)
19 दिसंबर 2022 से प्रारंभ हुए आंदोलन एवं कल 26 दिसंबर 2022 को हुई संघर्ष समिति की बैठक में लिये गये निर्णयों के संबंध में अति आवश्यक निर्देश।
हम सबने 23 दिसंबर 2022 को नागपुर के विधान भवन में एक ऐतिहासिक मार्च निकाला। इसे वाकई बहुत अच्छा प्रतिसाद मिला। इसने सरकार और प्रशासन को हिला कर रख दिया है और प्रशासन विभिन्न माध्यमों से अधिकारियों, इंजीनियरों और कर्मचारियों पर दबाव बनाने की कोशिश कर रहा है। इससे मैदानी तौर पर काम कर रहे अधिकारियों, इंजीनियरों और कर्मचारियों में भ्रम की स्थिति पैदा हो गई है। पूरे महाराष्ट्र में हमारे असहयोग आंदोलन की तरह-तरह की चर्चा चल रही है; उसके लिए कल संघर्ष समिति के सभी पदाधिकारियों की बैठक हुई। उसमें मुख्यतः 19 तारीख से चल रहे असहयोग आन्दोलन को जारी रखने का निर्णय लिया गया। इसे लेकर किसी तरह की गलतफहमी होने का कोई कारण नहीं है।
इसलिए कृपया ध्यान दें कि अब से बिजली बिल वसूली पर असहयोग जारी रहेगा और तरह-तरह के अभियान और विभिन्न स्तरों पर बैठकें चलती रहेंगी।
साथ ही हमें आंदोलन के सभी आगामी चरणों को तेज कर प्रशासन और सरकार को विचार विमर्श के लिए मजबूर करने का काम करना है। कल की बैठक में 29 दिसंबर को गेट मीटिंग और 2 जनवरी को ठाणे कूच को सफल बनाने का निर्णय लिया गया। इस संबंध में आपको उचित निर्देश दिए जाएंगे।
महत्वपूर्ण
उक्त संदेश के अलावा किसी गलत संदेश के आधार पर आंदोलन नहीं करना चाहिए।
ऊर्जा क्षेत्र बचाओ महाराष्ट्र बचाओ!
आपका अपना
महाराष्ट्र राज्य वीज कामगार, अभियन्ते, अधिकारी संघर्ष समिती (महाराष्ट्र राज्य विद्युत कर्मचारी, इंजीनियर, अधिकारी संघर्ष समिति)