मध्य प्रदेश विद्युत् मंडल अभियंता संघ की रिपोर्ट
दिनांक 13-4-23 को विद्युत कंपनियों के विभिन्न संगठनों के पदाधिकारियों की सयुक्त बैठक अभियंता संघ कार्यालय रामपुर जबलपुर में सम्पन्न हुई। अभियंता संघ के आह्वान पर उपस्थित विदूयुत कंपनियों के संगठनों के पदाधिकारियों ने बताया कि मध्य प्रदेश का ऊर्जा क्षेत्र विषम दौर से गुजर रहा है! विद्युत कंपनियों को निजीकरण करने हेतु लगातार प्रयास सरकार द्वारा किया जा रहा है। ऐसी परिस्थित मे विद्युत कंपनियों को बचाने के लिए सयुक्त प्रयास ही विकल्प है।
सरकार द्वारा इलेक्ट्रिसिटी अमेंडमेंट, टी. बी. सी. बी. और ज्वाइंट वेंचर के माध्यम से कंपनियों को निजीकरण करने की तैयारी की जा रही है, जिससे विद्युत कर्मी और पेन्सनर असुरक्षित महसूस कर रहे हैं तथा भविष्य के प्रति चिंतित हैं। सरकार और प्रबंधन द्वारा लगातार विद्युत कर्मियों की मांगों को नजरंदाज किया जा रहा है, जिसके कारण विद्युत कर्मियों मे रोष व्याप्त है।
सभी संगठन प्रमुखों ने कहा है कि सरकार और प्रबंधन की हठधर्मिता से सभी विद्युत कर्मी आर पार की लड़ाई के लिए तैयार हैं। संयुक्त बैठक में उपस्थित विद्युत कंपनियों के संगठनों ने कहा कि जल्दी ही आपसी सहमत से मध्य प्रदेश के ऊर्जा क्षेत्र को बचाने के लिए विद्युत कर्मियों एवं विद्युत उपभोक्ताओं के हितों के लिए संयुक्त रूपरेखा के साथ आंदोलन का संखनाद किया जाएगा।
संयुक्त बैठक में मध्य प्रदेश विद्युत मण्डल अभियंता संघ, मध्य प्रदेश यूनाइटेड फोरम, मध्य प्रदेश पावर इंजीनियर एण्ड इम्प्लाईज एसोसिएशन सहित विभिन्न संगठनों के पदाधिकारी उपस्थित रहे। अभियंता संघ के महासचिव विकास शुक्ला ने बताया कि विद्युत कंपनियों को निजीकरण से बचाने तथा विद्युत कर्मियों के हितों की रक्षा हेतु सभी मुख्य संगठनों से चर्चा हो चुकी है और जल्द ही सरकार को संयुक्त मांग पत्र दे दिया जाएगा।
संयुक्त बैठक में हितेश तिवारी, व्ही के एस परिहार, अजय मिश्रा, मनोज तिवारी, अनीश सिंघई, सुरेश त्रिवेदी, सुबोध बाजपेई, अनुराग नायक, एस. डी. उपाध्याय, सुशील पाल, जितेंद्र तिवारी, अमित दाहिया, प्रसांत भदोरिया, अर्जुन यादव, एस. के. पचौरी, अंबिकेश शुक्ला, इकबाल खान, महेश रघुवंशी, पुष्पेंद्र पटेल, अरविन्द बैठा, उदित अग्रवाल, सुरेश विश्वकर्मा, ब्रिज मोहन विश्वकर्मा, मनोज गुप्ता, शंभू सिंह, गुलाब सिंह, नरेश दुबे, सैलेश सोनी, नरेंद्र चंदेल सहित विभिन्न संगठनों के पदाधिकारी उपस्थित रहे।