जर्मनी में ट्रेन ड्राइवरों ने वेतन में वृद्धि और एक बार के कोरोनावायरस भत्ते की मांग को लेकर मंगलवार, 10 अगस्त 2021 से तीन दिवसीय देशव्यापी हड़ताल की |
इंटरसिटी एक्सप्रेस (आईसीई) हाई-स्पीड ट्रेन इंजन जर्मनी के हैम्बर्ग में हड़ताल के दौरान पटरियों पर खड़ी हुई
जर्मनी में ट्रेन डड्राइवरों ने वेतन में वृद्धि और एक बार के कोरोनावायरस भत्ते की मांग को लेकर मंगलवार, 10 अगस्त 2021 से तीन दिवसीय देशव्यापी हड़ताल की |
रेल ऑपरेटर कंपनी डॉयचे बाहन (डीबी) के सामने जर्मन ट्रेन ड्राइवर्स यूनियन (जीडीएल) ट्रेन ड्राइवरों के लिए बेहतर वेतन के मुद्दे को लेकर आवाज़ उठा रही है और लड़ रही है | यूनियन ने इस हड़ताल का ऐलान तब किया जब उनकी मांगों को पूरा करने में डीबी प्रबंधन के साथ बातचीत असफल रही | जीडीएल प्रमुख ने कहा कि यूनियन के 95 प्रतिशत सदस्यों ने हड़ताल के पक्ष में मतदान किया | “यह हमारी अपेक्षा से अधिक है | परिणाम बहुत स्पष्ट रूप से डॉयचे बाहन के मज़दूरों की मानसिक दशा दिखाते हैं,” उन्होंने कहा |
यूनियन की मांगें है कि ड्राइवरों के वेतन में 3.2% की वृद्धि होनी चाहिए और 600 यूरो के कोरोनावायरस भत्ते का भुगतान किया जाना चाहिए | डीबी ने अगले दो वर्षों के लिए दो चरणों में वेतन वृद्धि का प्रस्ताव रखा है, लेकिन यूनियन की मांग है कि वेतन में वृद्धि तुरंत इस ही वर्ष से लागू होनी चाहिए | कंपनी ने ड्राइवरों को कोरोनावायरस भत्ता देने की मांग को भी खारिज कर दिया है | इसके परिणामस्वरूप, ट्रेन ड्राइवर यूनियन द्वारा अपनी आवाज उठाने के लिए तीन दिवसीय देशव्यापी हड़ताल की घोषणा की गई|
हड़ताल के दौरान लंबी दूरी की चार में से केवल एक ट्रेन चल रही थी | बुधवार, 11 अगस्त की सुबह करीब 700 ट्रेनें नहीं चलीं | दिसंबर 2018 के बाद जर्मनी में रेल यातायात को प्रभावित करने वाली यह पहली हड़ताल है | इससे पहले, जीडीएल यूनियन, वेतन और काम करने की स्थिति से संबंधित मांगों को लेकर, 2014 और 2015 के बीच आठ बार देशव्यापी हड़ताल पर गई थी |
जर्मन ट्रेन ड्राइवर्स यूनियन (जीडीएल) ने अपनी मांगें पूरी नहीं होने पर अगले हफ्ते फिर से हड़ताल की चेतावनी दी है |