ऑल इंडिया पावर इंजीनियर्स फेडरेशन (AIPEF) 16 अगस्त को अपनी स्थापना के 50 साल पूरे कर रहा है। AIPEF ने न केवल पूरे भारत में बिजली इंजीनियरों को एकजुट करने में बहुत महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है, बल्कि बिजली कर्मचारियों और इंजीनियरों की राष्ट्रीय समन्वय समिति (NCOEEE) के रूप में बिजली क्षेत्र के सभी श्रेणी के श्रमिकों के बीच एकता बनाने में भी समान रूप से महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। AIPEF ने ऑल इंडिया फोरम अगेंस्ट प्राइवेटाइजेशन(AIFAP) के काम को जारी रखने में भी सक्रिय भूमिका निभाई है। हमें स्वर्ण जयंती के अवसर पर AIPEF के अध्यक्ष और महासचिव द्वारा जारी नीचे दी गई विज्ञप्ति को पुन: प्रस्तुत करते हुए खुशी हो रही है।
ऑल इंडिया पावर इंजीनियर्स फेडरेशन (AIPEF)
प्रति, अध्यक्ष/महासचिव
सभी राज्य घटक-AIPEF
स्वर्ण जयंती दिवस पर एकजुटता बैठक सुनिश्चित करें
16 अगस्त AIPEF का स्वर्ण जयंती वर्ष
16 अगस्त 2023 को आल इंडिया पॉवर इंजीनियर्स फेडरेशन की स्थापना के 50 वर्ष पूरे हो रहे हैं। वर्ष 2023 का वर्ष बहुत ही संघर्षमय रहा है। इस वर्ष के प्रारम्भ में जनवरी माह में महाराष्ट्र के बिजली इंजीनियरों और कर्मचारियों की निजीकरण के विरोध में हड़ताल हुई, मार्च 2023 में ऊर्जा मंत्री के साथ हुए समझौते को लागू कराने हेतु उप्र में बिजली इंजीनियरों और कर्मचारियों की हड़ताल हुई जिसमें ऊर्जा मंत्री के समझौते और निर्देश का पालन नहीं किया जा रहा है और बिजली कर्मियों का उत्पीड़न वापस नहीं लिया गया है। जून 2023 में संयुक्त उपक्रम के नाम पर मध्य प्रदेश में अमरकंटक ताप बिजली घर को बेचने, ट्रांसमिशन उपकेंद्रों का प्रतिस्पर्धात्मक बिडिंग के नाम पर निजीकरण के विरोध में बिजली इंजीनियरों की हड़ताल,पुडुचेरी में बिडिंग डाकुमेंट में परिवर्तन कर निजीकरण की प्रक्रिया आगे बढ़ाने,आंध्र प्रदेश में अगस्त 2023 में बिजली कर्मचारियों और इंजीनियरों का आंदोलन इस साल की कुछ ऐसी घटनाएं हैं जो ऊर्जा क्षेत्र में अशान्ति का सीधा संदेश देती हैं।
ऑल इंडिया पॉवर इंजीनियर्स फेडरेशन के स्वर्ण जयंती वर्ष में ऊर्जा क्षेत्र और खासकर बिजली इंजीनियरों के समक्ष चुनौतियों के दृष्टिगत कई कार्यक्रमों किए जाने की योजना है। 16 अगस्त,2023 को सभी प्रान्तों/केन्द्र शासित राज्यों के बिजली इंजीनियर संगठन अपने स्तर पर एकात्म कार्यक्रम आयोजित कर ऊर्जा क्षेत्र के समक्ष आसन्न चुनौतियों पर चर्चा करें। स्वर्ण जयंती वर्ष के राष्ट्रीय स्तर पर होने वाले कार्यक्रम शीघ्र तय किए जायेंगे।
16 अगस्त से प्रारम्भ होने वाला वर्ष ऊर्जा क्षेत्र के इंजीनियरों के लिए भी उत्कर्ष का स्वर्णिम वर्ष बने यही प्रयास होगा। ऑल इण्डिया पॉवर इंजीनियर्स फेडरेशन आज एक शक्तिशाली संगठन है। सभी मुद्दों पर फेडरेशन की राय जानने के लिए केन्द्र/राज्य सरकारें, प्रेस, मीडिया सभी उत्सुक रहते हैं।
ऑल इंडिया पॉवर इंजीनियर्स फेडरेशन – अमर रहे अमर रहे।
बिजली क्षेत्र बचाओ – भारत बचाओ
AIPEF