दक्षिणी रेलवे के लोको पायलटों ने फरवरी 2024 से काम के घंटों और आराम के घंटों के मानदंडों का सख्ती से पालन करने का निर्णय लिया

कॉमरेड एल. मोनी, केंद्रीय कार्यकारी अध्यक्ष, ऑल इंडिया लोको रनिंग स्टाफ एसोसिएशन (एआईएलआरएसए) से प्राप्त रिपोर्ट

एआईएलआरएसए, दक्षिणी रेलवे की बैठक
26-10-2023 को इरोड में आयोजित नेताओं की बैठक के निर्णय

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बैठक में निर्णय लिया गया कि फरवरी 2024 से (सटीक तिथि की घोषणा अधिकार उद्घोषणा सम्मेलन में की जायेगी)

1. हम समय-समय पर 40 घंटे का आराम लेंगे।
2. हम 10 घंटे से ज्यादा काम नहीं करेंगे
3. हम बाहरी स्टेशन पर 48 घंटे पूरे होने पर मुख्यालय लौट आएंगे
4. हम लगातार 2 रात्रि ड्यूटी से अधिक काम नहीं करेंगे, बशर्ते तीसरी रात्रि ड्यूटी मुख्यालय की ओर हो

– 17-11-2023 सभी मंडलों पर मंडलीय बैठक।
– शाखा सम्मेलन: 03 से 05 दिसंबर 2023 तक जीएम दक्षिणी रेलवे को संबोधित व्यक्तिगत अंतर्देशीय पत्र अभियान।
– 15-12-2023 से सभी रनिंग स्टाफ को सीएमएस में 40 घंटे के आवधिक आराम की आवश्यकता दर्ज करनी होगी।
– 10-01-2024 को इरोड में अधिकार उद्घोषणा सम्मेलन

एआईएलआरएसए, दक्षिणी रेलवे अपने सदस्यों से आह्वान करता है कि वे साइन ऑन से 10 घंटे से अधिक काम न करें, 40 घंटे का साप्ताहिक विश्राम लें यानी 16 घंटे दैनिक आराम + 24 घंटे।

मुख्यालय को लौटें

मुख्यालय से 48 घंटे बाहर रहने के बाद, ट्रेन परिचालन की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए लगातार दो रात्रि ड्यूटी से अधिक काम न करें।
कार्यक्रम के एक भाग के रूप में संभागीय बैठकें बुलाई जायें।


उपरोक्त दक्षिण रेलवे के पालघाट मंडल की मंडलीय बैठक के बाद कालीकट में आयोजित एक सार्वजनिक बैठक थी। इसी तरह की मंडलीय बैठकें दक्षिण रेलवे के सभी मंडलों में भी चल रही हैं।

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