सर्व हिंद निजीकरण विरोधी फ़ोरम की 5 सितंबर की मासिक मीटिंग में श्री शरद बोरकर, संयुक्त सचिव, हिंद मज़दूर सभा ने “आयुध कारखानों का निगमीकरण – इतिहास और कार्यबल एवं नागरिकों पर प्रभाव” विषय पर प्रस्तुति पेश की। हमारे उन पाठकों के लिए जो मीटिंग में उपस्थित न हो सके उनकी जानकारी के लिए प्रस्तुति सादर है।
Hindi.AIDEF.PPT.05.09.2021
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