महाराष्ट्र राज्य बिजली कर्मचारी महासंघ (MSEWF) ने स्मार्ट मीटर योजना का विरोध करने तथा बिजली कर्मचारियों और बिजली उपभोक्ताओं के बीच इसके बारे में जागरूकता बढ़ाने के लिए 20 जुलाई को नागपुर में एक बैठक आयोजित की है।
बिजली कर्मचारी पूरे महाराष्ट्र में विरोध प्रदर्शन और हड़ताल करके स्मार्ट मीटर लगाने का विरोध कर रहे हैं। इसके परिणामस्वरूप, महाराष्ट्र के ऊर्जा मंत्री को यह कहने के लिए मजबूर होना पड़ा कि घरों में स्मार्ट मीटर नहीं लगाए जाएंगे। लेकिन अभी तक पूंजीपतियों को दिए गए टेंडर और अनुबंधों को रद्द करने का कोई आदेश पारित नहीं किया गया है।
पिछले दो महीने से अधिक समय से बिजली कर्मचारी पूरे नागपुर में विरोध प्रदर्शन और जन जागरूकता अभियान चला रहे हैं। वे लोगों के बीच जाकर उन्हें समझा रहे हैं कि नए मीटर लगने के बाद उपभोक्ताओं को कितना बोझ उठाना पड़ेगा। स्मार्ट मीटर लगाना बिजली कर्मचारियों और उपभोक्ताओं पर एक बड़ा हमला है। यूनियन का अनुमान है कि इससे 25000 बिजली कर्मचारी प्रभावित होंगे।
अभियान को जारी रखने के लिए MSEWF ने एक बैठक आयोजित की है और बिजली कर्मचारियों तथा आम लोगों से बड़ी संख्या में इसमें शामिल होने का आह्वान किया है: