उत्तर प्रदेश के बिजली कर्मचारियों ने काली पट्टी बांध कर निजीकरण का विरोध किया

कामगार एकता कमेटी (केईसी) संवाददाता की रिपोर्ट


विद्युत कर्मचारी संयुक्त संघर्ष समिति के आह्वान पर उत्तर प्रदेश में बिजली वितरण कंपनियों के निजीकरण के खिलाफ मंगलवार, 11 दिसंबर 2024 को प्रदेशव्यापी विरोध प्रदर्शन किया गया।

दो बिजली वितरण कंपनियों के प्रस्तावित निजीकरण के विरोध में उ प्र के बिजली कर्मचारियों और इंजीनियरों ने पूरे प्रदेश में काली पट्टी बांधी। लंच ब्रेक और ऑफिस टाइम के बाद बिजली कर्मचारियों ने कार्यालय परिसर में निजीकरण के खिलाफ नारेबाजी की।

मुख्य अभियंताओं ने भी काली पट्टी बांधी।

उ प्र के बिजली कर्मचारियों के समर्थन में पंजाब और महाराष्ट्र के बिजली कर्मचारी भी विरोध प्रदर्शन में शामिल हुए।

संयुक्त संघर्ष समिति के निर्णय के अनुसार बिजली कर्मचारियों ने काम प्रभावित नहीं होने दिया बल्कि काली पट्टी बांधकर अपनी एकता दिखाई और निजीकरण के खिलाफ निर्णायक लड़ाई लड़ने का संकल्प लिया।

ऑल इंडिया पावर इंजीनियर्स फेडरेशन (AIPEF) के अध्यक्ष श्री शैलेन्द्र दुबे ने कहा कि उत्तर प्रदेश में डिस्कॉम के एकतरफा निजीकरण को लेकर देशभर के बिजली कर्मचारियों में गहरी नाराजगी है। AIPEF ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से तत्काल हस्तक्षेप कर “कर्मचारी विरोधी निजीकरण” को रद्द करने की अपील की।

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