कामगार एकता कमेटी (KEC) संवाददाता की रिपोर्ट
विद्युत कर्मचारी संयुक्त संघर्ष समिति, यूपी ने दोनों विद्युत वितरण कम्पनियों के प्रस्तावित निजीकरण के खिलाफ अपना आंदोलन तेज करने का निर्णय लिया है। समिति 27, 28 फरवरी और 1 मार्च को पूरे प्रदेश में विरोध सभाएं करेगी। 3 मार्च को दोपहर के भोजन के समय निजीकरण के लिए ट्रांजेक्शन कंसल्टेंट की नियुक्ति के लिए बोली खोलने के विरोध में सभी जिला मुख्यालयों और परियोजना कार्यालयों पर प्रदर्शन किया जाएगा।
उसी दिन लखनऊ के शक्ति भवन पर एक बड़े विरोध प्रदर्शन की योजना बनाई गई है जिसमें शहर के सभी कार्यालयों के कर्मचारी भाग लेंगे।
4 से 7 मार्च तक धरना-प्रदर्शन जारी रखते हुए लोगों के बीच जागरूकता अभियान चलाया जाएगा।
8 मार्च को लखनऊ में संयुक्त संघर्ष के सभी घटक यूनियनों और सेवा संगठनों की केंद्रीय बैठक होगी, जिसमें आगे की कार्ययोजना तय की जाएगी।