मज़दूर एकता कमेटी के संवाददाता की रिपोर्ट
देश भर के करोड़ों मज़दूरों और मेहनतकश लोगों ने 9 जुलाई 2025 को ट्रेड यूनियनों और अन्य मज़दूर संगठनों द्वारा आहूत अखिल भारतीय आम हड़ताल में उत्साहपूर्वक भाग लिया। हड़ताल का आह्वान चार मज़दूर-विरोधी श्रम संहिताओं और केंद्र व राज्य सरकारों द्वारा मज़दूर वर्ग और जनता पर चौतरफा हमलों के विरोध में किया गया था। ट्रेड यूनियनों द्वारा प्रस्तुत 17 सूत्री माँगपत्र के अलावा, विभिन्न क्षेत्रों के मज़दूरों ने भी अपनी क्षेत्र-विशिष्ट माँगें रखीं।
कोयला खदानों, एनडीएमसी, तांबा, बॉक्साइट, एल्युमीनियम, इस्पात, बैंक, एलआईसी, जीआईसी, पेट्रोलियम, बिजली, डाक सेवा, ग्रामीण डाक सेवा, दूरसंचार, चाय बागान, सड़क मार्ग और विभिन्न राज्यों के राज्य सरकार के कर्मचारियों ने हड़ताल में भाग लिया। रक्षा क्षेत्र के मज़दूरों ने विरोध सभाएँ आयोजित कीं और रेल कर्मचारियों ने हड़ताल के समर्थन में प्रदर्शन किए।
देश भर के विभिन्न औद्योगिक क्षेत्रों में मज़दूरों ने जुलूस और रैलियाँ निकालीं।
आंगनवाड़ी, आशा और मध्याह्न भोजन कर्मियों ने हड़ताल में सक्रिय रूप से भाग लिया।
किसान संगठनों और कृषि मजदूर यूनियनों ने आम हड़ताल में सक्रिय रूप से भाग लिया। संयुक्त किसान मोर्चा ने आम हड़ताल के समर्थन में देश के विभिन्न हिस्सों में विरोध प्रदर्शन आयोजित किए। पंजाब, हरियाणा, राजस्थान, उत्तर प्रदेश, तमिलनाडु और अन्य राज्यों में किसान यूनियनों ने आम हड़ताल के प्रति अपना पूर्ण समर्थन व्यक्त करने के लिए बड़े पैमाने पर प्रदर्शन आयोजित किए।