सफल हड़ताल के बाद, IDBI के अधिकारी और कर्मचारी सांसदों और किसानों, छोटे व्यापारियों, छात्रों और जमाकर्ताओं के संघों से संपर्क करके IDBI की बिक्री को रोकने के प्रयास तेज करेंगे

यूनाइटेड फोरम ऑफ IDBI ऑफिसर्स एंड एम्प्लॉइज (UFIOE) के संयुक्त संयोजक श्री विट्ठल कोटेश्वर राव ए.वी. से प्राप्त परिपत्र

(अंग्रेजी परिपत्र का अनुवाद)

 यूनाइटेड फोरम ऑफ IDBI ऑफिसर्स एंड एम्प्लॉइज

17 अगस्त, 2025
AIIDBIOA और AIIDBEA के सभी सदस्यों के लिए परिपत्र

प्रिय साथियों,
11 अगस्त 2025 को IDBI बैंक में हड़ताल – एक शानदार सफलता

 11 अगस्त 2025 को भारत सरकार और LIC द्वारा IDBI बैंक को निजी/विदेशी कंपनियों को बेचने के प्रस्ताव और अन्य मांगों के विरोध में आहूत एक दिवसीय हड़ताल में दृढ़ता और बड़ी संख्या में भाग लेने वाले सभी अधिकारियों और कर्मचारियों को लाल सलाम । हमें बैंकिंग और बीमा उद्योग के सभी उद्योग स्तरीय यूनियनों/एसोसिएशनों से भरपूर समर्थन मिला। प्रिंट मीडिया/इलेक्ट्रॉनिक मीडिया ने हड़ताल के दिन हमारे कार्यक्रमों को अच्छी कवरेज दी। इंटेलिजेंस ब्यूरो और CID के अधिकारियों ने IDBI बैंक की प्रस्तावित बिक्री से जुड़ी चिंताओं का उल्लेख करते हुए उचित रिपोर्ट दी थी।

हमारी आवाज सुनी गई है और IDBI बैंक की प्रस्तावित बिक्री को रोकने के लिए इन संघर्षों को अगले स्तर तक ले जाना हमारा परम कर्तव्य है।

अगले स्तर पर, हमें देशभर के माननीय सांसदों से ज्ञापन सौंपकर संपर्क करना होगा तथा देशभर के कृषकों/किसानों/छोटे व्यापारियों/छात्रों/वरिष्ठ नागरिकों/जमाकर्ताओं के यूनियनों और एसोसिएशनों से भी संपर्क करना होगा तथा उन्हें IDBI बैंक को निजी/विदेशी कंपनियों को बेचे जाने की स्थिति में आने वाली समस्याओं के बारे में बताना होगा।

हम अखिल भारतीय IDBI अधिकारी संघ (AIIDBIOA) और अखिल भारतीय औद्योगिक विकास बैंक कर्मचारी संघ (AIIDBEA) के सभी सदस्यों से अगले स्तर के आंदोलन कार्यक्रम में सक्रिय भागीदारी और समर्थन की अपेक्षा करते हैं, जिसके बारे में आप सभी को शीघ्र ही सूचित किया जाएगा।

हमें विश्वास है कि केंद्र सरकार अपने निर्णय पर पुनर्विचार करेगी और वित्त वर्ष 2025-26 की तीसरी तिमाही में वित्तीय बोली प्रक्रिया शुरू नहीं करेगी। यदि भारत सरकार वित्तीय बोली प्रक्रिया शुरू करती है, तो हमें बैंकिंग और बीमा क्षेत्र के उद्योग-स्तरीय ट्रेड यूनियनों/एसोसिएशनों से संपर्क करके उनकी मदद लेनी पड़ेगी और देश भर के सभी बैंकों और सभी बीमा कंपनियों में बैंकिंग और बीमा क्षेत्र में राष्ट्रव्यापी हड़ताल करनी पड़ेगी।

साथियों, खुद पर और एकता पर विश्वास रखें।

आपके साथी,

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