कामगार एकता कमिटी (KEC) संवाददाता की रिपोर्ट
रेलवे बोर्ड के सेवानिवृत्त कर्मचारियों को पुनः नियुक्त करने के आदेश का विरोध करने और तत्काल भर्ती की मांग को लेकर, ऑल इंडिया लोको रनिंग स्टाफ एसोसिएशन (AILRSA) ने पुरे देशभर में सभी डिवीज़नों में विरोध प्रदर्शन तथा द्वार सभाएं आयोजित की थी। AILRSA मुंबई डिवीज़न की ओर से कल्याण लॉबी में २७ अगस्त को एक मीटिंग आयोजित की गयी। गणपती त्यौहार का पहला दिन होने के बावजूद लोको पायलट और असिस्टेंट लोको पायलट मीटिंग में सहभागी हुए।
मीटिंग की प्रस्तावना करते हुए श्री एच.बी. सिंह, कोषाध्यक्ष, AILRSA मुंबई डिवीज़न, ने समझाया की रेलवे बोर्ड ने सेवानिवृत कर्मचारियों को फिरसे LPS केटेगरी में काम पर नियुक्त करने की योजना बनाई है। रेलवे बोर्ड के इस फैसले से नयी भर्ती में बाधाएँ आएगी। उन्होंने समझाया की गत वर्ष रेलवे में ५६०० ALP पदों की भर्ती का सर्कुलर निकाला गया। AILRSA ने इसका विरोध करने के बाद पदों की संख्या १९००० तक बढाई गयी। इसका मतलब यही है की रेलवे बोर्ड जानबूझकर रिक्त पदों को भरने से इंकार कर रहा है। सेफ्टी केटेगरी में सेवानिवृत्त रेलवे मजदूरों की भर्ती का बेरोजगार युवाओं पर बुरा असर होगा साथ ही साथ इससे मौजूदा लोको पायलटों के पदोन्नति पर भी रुकावटें आएँगी और यात्रियों की सुविधा पर भी इसका असर होगा।
श्री आर. के. शर्मा, सेक्रेटरी, AILRSA मुंबई डिवीज़न, ने बात को आगे बढ़ाते हुए समझाया की लोको पायलटों और ALP को आराम करने के लिए बहुत कम समय मिलता है। उन्होंने बताया की परमानेंट नौकरी करनेवाले मजदूरों को शनिवार को काम से छुटने के बाद शनिवार के १६ घंटे और उसे जोड़कर रविवार की साप्ताहिक छुट्टी के २४ घंटे मिलाकर कुल ४० घंटे विश्राम मिलता है। किन्तु आज लोको पायलटों को मुश्किल से 30 घंटे का साप्ताहिक विश्राम दिया जा रहा है। यह सब इसलिए हो रहा है क्योंकि मुंबई डिवीज़न में लगभग २७% रनिंग स्टाफ के पद रिक्त है। इसका असर लोको पायलटों, ALP की सेहत पर, उनके पारिवारिक समय पर भी हो रहा है। उनकी छुट्टियों को भी मंजूरी मिलने में मुश्किलें आती है। इसलिए यह जरुरी है की रिक्त पदों को केवल युवाओं से भरा जाए। उन्होंने और समझाया की हमें अपने हकों के बारे में जागरूक रहना चाहिए और अपनी ड्यूटी नियमानुसार करनी चाहिए, जैसे की दक्षिण रेलवे के लोको पायलटों ने पिछले वर्ष में एक्स्ट्रा ड्यूटी करने से इनकार किया था, ठीक उसी तरह हमें भी ९ घंटे से ज्यादा ड्यूटी नहीं करनी चाहिए।
सभी लोको पायलटों और असिस्टेंट लोको पायलटों ने अपने काम की हालातों पर बात रखी। कामगार एकता कमिटी के प्रतिनिधि ने मीटिंग के आयोजन के लिए AILRSA मुंबई डिवीज़न को बधाई दी। उन्होंने समझाया की जैसे पुणे में AILRSA, AIGC और CRTU ने संयुक्त रूप से विरोध प्रदर्शन किया था वैसे ही हमें मुंबई में और रेलवे केटेगरी के साथ एकता बांधने के प्रयास करने होंगे, हमें संयुक्त रूप से रिक्तियों के मुद्दे पर काम करना होगा।
मीटिंग के अंत में AILRSA मुंबई डिवीज़न की ओर से मुंबई डिवीज़न रेलवे मेनेजर को दिया हुआ पत्र (https://hindi.aifap.org.in/15235/) पढ़ा गया तथा अन्य LP और ALP के उनके ऊपर हस्ताक्षर लिए गए।
आर.के.शर्मा जी ने 9 सितम्बर को मुंबई DRM ऑफिस के सामने प्रदर्शन की घोषणा की और सभी ने उसका स्वागत किया। “AILRSA जिंदाबाद! मजदूर एकता जिंदाबाद!” के नारों के साथ मीटिंग का समापन हुआ।