राष्ट्रीय इस्पात निगम लिमिटेड (RINL) के निजीकरण के विरोध में पूरे आंध्र प्रदेश में जन अभियान चलाया जाएगा

कामगार एकता कमिटी (KEC) संवाददाता की रिपोर्ट

12 सितंबर 2025 को, राजनीतिक दलों और बुद्धिजीवियों का एक गोलमेज सम्मेलन मकीसेनी बसवपुन्नया भवन, विजयवाड़ा, आंध्र प्रदेश में आयोजित किया गया था, जिसमें RINL प्रबंधन द्वारा RINL की 34 इकाइयों के संचालन और रखरखाव को निजी कंपनियों को सौंपने के प्रस्ताव का विरोध करने और 5,000 ठेका मज़दूरों की बहाली की मांग की गई थी।

सम्मेलन की अध्यक्षता विशाखा स्टील संरक्षण संघर्ष समिति के अध्यक्ष कॉमरेड च. नरसिंह राव ने की। इसमें विशाखा स्टील संरक्षण संघर्ष समिति के सदस्य और कांग्रेस, YSRCP, CPI, CPM, CPI[ML], न्यू डेमोक्रेसी, SUCI और आंध्र प्रदेश बुद्धिजीवी मंच के नेता शामिल हुए। सम्मेलन में यह संकल्प लिया गया कि यदि केंद्र और राज्य सरकारें इस प्रस्ताव पर आगे बढ़ती हैं तो आंध्र प्रदेश में राज्यव्यापी बंद का आयोजन किया जाएगा।

सम्मेलन ने “विशाखा स्टील शंखरावम्” नामक एक जन अभियान की घोषणा की। कार्ययोजना के अंतर्गत, 30 सितंबर 2025 को विजयवाड़ा में जन संगठनों का एक व्यापक गोलमेज सम्मेलन आयोजित किया जाएगा। सम्मेलन ने यह भी संकल्प लिया कि 18 सितंबर, 2025 से शुरू होने वाले विधानसभा सत्र में इस्पात संयंत्रों के निजीकरण का मुद्दा उठाया जाएगा; आंध्र प्रदेश के विभिन्न जिलों में विशाखा स्टील संरक्षण सम्मेलन आयोजित किए जाएँगे; इच्छापुरम से हिंदूपुरम तक एक बस यात्रा निकाली जाएगी; और एक करोड़ हस्ताक्षर अभियान चलाकर कर्मचारियों, मज़दूरों, शिक्षकों, छात्रों, महिलाओं, किसानों और काश्तकारों के संगठनों को संगठित किया जाएगा।

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