संजीव मेहरोत्रा, महामंत्री, बरेली ट्रेड यूनियन फेडरेशन से प्राप्त रिपोर्ट
सत्ताधारी को हराने के लिये और पुरानी पेंशन बहाली, बेरोजगारी दूर करने, सार्वजनिक उपक्रमों का निजीकरण न करने, संविदा कर्मचारियों को सेवा में स्थाई करने, कर्मचारियों का उत्पीड़न न करने की घोषणा करने वाले दल को ही कर्मचारी अपना वोट करेंगे|
सत्ता परिवर्तन के इरादे से कर्मचारी करेंगे वोट
बरेली ट्रेड यूनियन फेडरेशन ने आज 12 बजे से गूगल मीट कर संगठन के साथियों के विचार जानने का प्रयास किया|
अध्यक्षता करते हुए फेडरेशन के अध्यक्ष सुनील जैन ने महात्मा गांधी के शहादत दिवस पर 2 मिनट का मौन रखवाया, उन्होंने कहा कि हम कर्मचारियों को अपनी राजनेतिक समझ को बढ़ाने की ज़रूरत है ताकि कोई गुमराह कर हमारा वोट न ले सके|
संचालन करते हुये महामंत्री संजीव मेहरोत्रा ने कहा कि वर्तमान सरकार का रवैया कर्मचारी विरोधी है, जिसके कारण कर्मचरियों का शोषण बढ़ रहा है| उन्होंने बढ़ रही बेरोजगारी पर चिंता प्रकट की और इलाहाबाद और पटना आदि जगहों पर पुलिस द्वारा युवाओं पर लाठीचार्ज पर अपना आक्रोश प्रकट किया|
फेडरेशन के उपाध्यक्ष ध्यान चन्द्र मोर्य ने कहा कि इस सरकार ने आम जनता के हक और हकूकों को छीन लिया है अतः हम सभी को मिल कर इस सरकार को हटा देने के लिये संकल्प लेना होगा|
उप महामंत्री गीता शांत ने कहा कि पुरानी पेंशन बहाली का मुद्दा अहम है ओर जो राजनीतिक दल पुरानी पेंशल बहाली की घोषणा करे, हमें उसको वोट करना होगा|
युनाटेड फोरम के संयोजक दिनेश सक्सेना ने कहा यू पी सरकार से कर्मचारियों का भरोशा उठ गया है, यह समय परिवर्तन का है, हम सभी को पूंजीवाद के खिलाफ वोट करने की ज़रूरत है|
गूगल मीट के दौरान सभी वक्ता एक जुट नज़र आये और सर्व सम्मति से निर्णय हुआ कि सत्ताधारी को हराने के लिये और पुरानी पेंशन बहाली, बेरोजगारी दूर करने, सार्वजनिक उपक्रमों का निजीकरण न करने, संविदा कर्मचारियों को सेवा में स्थाई करने, कर्मचारियों का उत्पीड़न न करने की घोषणा करने वाले दल को ही कर्मचारी अपना वोट करेंगे|
आज की गूगल मीट मे सर्व श्री पी के माहेश्वरी, अरविंद देव्, हर गोविंद, पी कालरा, जितेन्द्र मिश्र, आशीष कुमार, आमिर खान, अवतार सिंह, महेश गंग वार शेलेन्द्र, रंजन मोहले, रविन्द्र कुमार, अमित सिंह आदि ने भी विचार रखे|