विशाखापट्टनम में 26 अगस्त 2022 को आयोजित सम्मेलन ने देश भर में प्रचार कर और जन जाग्रति निर्माण कर विद्युत् (संशोधन) विधेयक 2022 का विरोध करने का निर्णय लिया

कॉम. कृष्णा भोयर, राष्ट्रीय सचिव, ऑल इंडिया फेडरेशन ऑफ इलेक्ट्रिसिटी एम्पलॉईज (AIFEE) से प्राप्त रिपोर्ट

आंध्र प्रदेश राज्य बिजली कर्मचारी संयुक्त कार्य समिति (APSPEJAC) द्वारा आयोजित बिजली (संशोधन) विधेयक, 2022 पर एक गोलमेज सम्मेलन गुरुवार, 26 अगस्त 2022 को विशाखापट्टनम मे आयोजित किया गया थाl सम्मलेन में वक्ताओं ने केंद्र सरकार के दावों का खंडन किया कि बिजली बिल संशोधन का उद्देश्य उपभोक्ताओं को लाभ पहुंचाना था। JAC ने मांग की कि संशोधन विधेयक को तत्काल प्रभाव से वापस लिया जाए। उन्होंने कहा कि उपस्थिति के कारण टैरिफ में कमी के दावों के विपरीत है।

कई डिस्कॉम, प्राइवेट कंपनियां शुरू में शुल्क कम कर सकती हैं। लेकिन एक बार सरकार के स्वामित्व वाली डिस्कॉम को दौड़ से बाहर कर दिया जाता है,तो निजी डिस्कॉम टैरिफ बढ़ा देंगे, उन्होंने कहा। यूपीएससी के पूर्व सदस्य के.एस.कलाम ने बतौर मुख्य अतिथि शिरकत की। सम्मेलन में देशभर के बिजली कर्मचारी और अभियंता के नेता कॉम. मोहन शर्मा, शैलेंद्र दुबे, अभिमन्यू धनकड़ और प्रशांत चौधरी ने भागीदारी की और बिजली कानून के बारे में विस्तारित जानकारी दीl सम्मे लन मे यह निर्णय लिया गया कि देशभर में नये कानून का प्रचार कर जनता और किसानों में जागृति निर्माण कर कानून का जबरदस्त विरोध किया जाये l सम्मेलन का आयोजन ऑल इंडिया फेडरेशन ऑफ इलेक्ट्रिसिटी एम्पलॉईज के नेता कॉम. गणपती ने किया।





 

 

 

 

Subscribe
Notify of
guest
0 Comments
Inline Feedbacks
View all comments