कामगार एकता कमिटी (KEC) संवाददाता की रिपोर्ट
यूरोप में बढ़ती महंगाई की वजह से बढ़ती ऊर्जा की कीमतों की भरपाई के लिए वेतन वृद्धि के लिए, अब पायलटों जैसे कुशल श्रमिकों को भी हड़ताल का सहारा लेने के लिए मजबूर होना पड़ रहा है।
लुफ्थांसा जर्मनी की सबसे बड़ी हवाई कंपनी है और यूरोप की सबसे बड़ी हवाई कंपनियों में से एक है। वेतन वृद्धि को लेकर पायलटों और हवाई कंपनी प्रबंधन के बीच बातचीत विफल होने के बाद, 5,000 से अधिक पायलट शुक्रवार, 2 सितंबर को हड़ताल पर चले गए। हड़ताल का आयोजन लेबर यूनियन वेरिनिगुंग कॉकपिट (VC) ने किया था और पायलटों ने 24 घंटे हड़ताल की थी।
VC यूनियन इस साल 5.5% वेतन वृद्धि और उसके बाद निरंतर महंगाई मुआवजे की मांग कर रही है। यह भी बताया गया कि एंट्री लेवल के पायलटों के लिए काम और वेतन की हालत बहुत खराब हैं। इसलिए यूनियन ने एंट्री लेवल पायलटों के लिए बेहतर शर्तों की मांग भी उठाई।
लुफ्थांसा के पायलटों की यह हड़ताल हवाई कंपनी के लिए इस साल की पहली हड़ताल नहीं है। जुलाई के अंतिम सप्ताह में हवाई कंपनी के 20,000 से अधिक सुरक्षा कर्मी और अन्य ग्राउंड स्टाफ हड़ताल पर चले गए थे। ग्राउंड स्टाफ की कमी के कारण, उड़ानों का संचालन जारी रखना असंभव था। इससे हवाई कंपनी प्रबंधन को हड़ताली कर्मचारियों की मांगों पर ध्यान देने के लिए मजबूर होना पड़ा।
श्रमिकों पर जीवन यापन की बढ़ती लागत का बढ़ता बोझ, और कंपनी प्रबंधन के क्रूर रवैये ने हाल के दिनों में हड़तालों की एक श्रृंखला को जन्म दिया है। हवाई कंपनी कर्मचारियों सहित श्रमिकों के विभिन्न वर्ग दुनिया के विभिन्न हिस्सों में विरोध प्रदर्शन में सामने आए हैं। जुलाई में, स्कैंडिनेवियाई हवाई कंपनी (जिसे SAS के नाम से भी जाना जाता है) के लगभग एक हजार पायलटों ने एक दिन की हड़ताल का आयोजन किया था। इसी महीने ब्रिटिश एयरवेज के कर्मचारियों ने लंदन के हीथ्रो हवाई अड्डे पर हड़ताल की घोषणा की थी। प्रबंधन द्वारा वेतन वृद्धि की उनकी मांगों को पूरा करने के लिए सहमत होने के बाद उन्होंने इसे रद्द कर दिया।
विभिन्न हवाई कंपनी के कर्मचारी पहले ही हड़ताल की घोषणा कर चुके हैं। लुफ्थांसा की अनुषंगी यूरोविंग्स के पायलटों ने प्रबंधन के साथ अगले दौर की बातचीत में अपनी मांगें पूरी नहीं होने पर हड़ताल के पक्ष में मतदान किया है। स्पेन में रयानएयर के केबिन क्रू ने बेहतर काम की स्थिति के लिए जनवरी 2023 तक साप्ताहिक 24 घंटे की हड़तालों की योजना बनाई है। ऐसी भी खबरें हैं कि अमरिका में हवाई कंपनी श्रमिकों के बीच अशांति बढ़ रही है।