कामगार एकता कमिटी (KEC) संवाददाता की रिपोर्ट
भारतीय जीवन बीमा निगम एजेंट संगठन (LICAOI) ने ताकी, उत्तर 24 परगना जिला, पश्चिम बंगाल, में 21-22 सितंबर को एक सफल दो-दिवसीय राज्य सम्मेलन आयोजित किया। सम्मेलन में 8 मंडलों के लगभग 275 प्रतिनिधियों ने भाग लिया।
उन्होंने सभी एजेंटों, कर्मचारियों और पॉलिसीधारकों के एकजुट “LIC बचाओ” आंदोलन को एक जन आंदोलन में बदलने का संकल्प लिया। प्रतिनिधियों ने कहा कि संघर्ष के अलावा कोई विकल्प नहीं है।
श्री बासुदेव आचार्य, LICAOI के अखिल भारतीय अध्यक्ष, ने सम्मेलन की शुरुआत में सार्वजनिक रैली में कहा, “केंद्र सरकार ने LIC को कमजोर कर दिया है और हमें 42 करोड़ पॉलिसीधारकों और कर्मचारियों को एकजुट करके LIC को बचाने की चुनौती लेनी होगी, क्योंकि खतरा केवल LIC के लिए ही नहीं बल्कि सभी के लिए है।”
सम्मेलन के दूसरे दिन कई पत्र प्रस्तुत किए गए और उन पर चर्चा की गई जिसमें ‘जीवन बीमा निगम, बदली हुई स्थिति, एजेंटों की जिम्मेदारियां और कर्तव्य’, ‘LIC निजीकरण प्लॉट रद्द करें’ आदि शामिल थे।
सम्मेलन में विभिन्न प्रस्तावों को अपनाया गया: LIC विनिवेश के खिलाफ संकल्प, राष्ट्रीयकृत उद्योगों को बचाने और देश की अर्थव्यवस्था को बचाने के लिए संकल्प, चार श्रम संहिताओं को रद्द करना, LIC एजेंटों की सामाजिक सुरक्षा सुनिश्चित करना, बेहतर समाज के निर्माण के लिए सभी क्षेत्रों में महिलाओं की पूर्ण स्थिति सुनिश्चित करना, आदि।