महाराष्ट्र की तीन बिजली कंपनियों में सक्रिय सभी संविदा और आउटसोर्सिंग श्रमिक और ठेकदारों के संगठन को निजीकरण के खिलाफ आंदोलन में भाग लेने की अपील

महाराष्ट्र राज्य वीज कर्मचारी, अभियन्ते, अधिकारी संघर्ष समिति का पत्र

(मराठी पत्र का हिंदी अनुवाद)

दि. 21.12.2022

प्रति
1) अध्यक्ष/सचिव
तीन बिजली कंपनियों में सक्रिय संविदा और आउटसोर्सिंग श्रमिक संगठन
2) अध्यक्ष/महासचिव
तीन बिजली कंपनियों में सक्रिय ठेकेदारों के संगठन

विषय:- बिजली कंपनियों को बचाने के लिए संघर्ष समिति द्वारा चलाये जा रहे अभियान में तीनों बिजली कंपनियों में सक्रिय संविदा कर्मियों एवं ठेकेदारों के सभी संगठनों से भाग लेने की अपील

संदर्भ:- संघर्ष समिति द्वारा दिनांक 14.12.2022 को महाराष्ट्र में बिजली उद्योग के निजीकरण के संबंध में राज्य सरकार की नीति का विरोध करने हेतु दिया गया नोटिस

श्रीमान,

वर्तमान में महाराष्ट्र राज्य सरकार ने तीन बिजली कंपनियों के निजीकरण की प्रक्रिया शुरू की है; 3 बिजली कंपनियों में सक्रिय 30 संगठनों ने एक साथ आकर उस का विरोध करने के लिए एक अभियान का फैसला किया है। बिजली कंपनियों में रिक्त पदों को भरने के लिए हजारों संविदा कर्मियों को काम पर रखा गया है। स्थायी कर्मचारियों के साथ सभी काम संविदा कर्मचारी करते हैं। संविदा कर्मियों को स्थायी किया जाए। उन्हें साठ साल की उम्र तक नौकरी की गारंटी दी जाए और समान काम के लिए समान वेतन दिया जाए। नई भर्ती होने पर उन्हें प्राथमिकता दी जाए। इस तरह की मांगों के लिए संघर्ष करने के बाद श्री मनोज रानाडे समिति और श्रीमती अनुराधा भाटिया समिति का गठन किया गया था। आप सभी जानते हैं कि इस कमेटी की रिपोर्ट लंबे समय से सरकार के पास पड़ी हुई है।

संघर्ष समिति द्वारा किए गए पहले के संघर्ष में और साथ ही चल रहे संघर्ष में संघर्ष समिति में शामिल सभी संगठनों ने अपने-अपने तरीके से ठेका मजदूरों की मांगों को सरकार के सामने जोर-शोर से रखा है। बिजली कंपनियों में सक्रिय तमाम संगठन संविदा कर्मियों की मांगों को लेकर अड़े हुए हैं। हकीकत यह है कि राज्य सरकार की मजदूर विरोधी नीति के कारण उन्हें न्याय नहीं मिल पाया है।
वर्तमान समय में देश में जहां बिजली कंपनियों का निजीकरण कर दिया गया है, वहां स्थायी कर्मचारियों के साथ संविदा कर्मियों को भी काम से बाहर कर दिया गया है। निजीकरण के बाद कोई भी पूंजीपति न तो स्थायी मजदूरों को नौकरी पर रखेगा और न ही ठेके पर काम करने वालों को। इस बारे में विभिन्न क्षेत्रों के अनुभव को ध्यान में रखना आवश्यक है। बिजली कर्मचारियों, इंजीनियरों और अधिकारियों द्वारा शुरू की गई लड़ाई किसी आर्थिक मांग के लिए नहीं बल्कि यह सुनिश्चित करने के लिए है कि बिजली उद्योग, जो महाराष्ट्र के लोगों की संपत्ति है, निजी पूंजीपतियों के हाथों में नहीं जाना चाहिए।

तीन बिजली कंपनियों में काम करने वाले संविदा कर्मचारी विभिन्न संगठनों के सदस्य हैं। उन सभी संगठनों ने आंदोलन में संविदा और आउटसोर्सिंग कर्मियों को शामिल करने की जिम्मेदारी स्वीकारी थी। संविदा कर्मियों के कई संगठनों ने सरकार और प्रबंधन को आंदोलन में शामिल होने के लिए पत्र दिया है। जिन संगठनों ने अभी तक संघर्ष समिति के आह्वान पर कोई प्रतिक्रिया नहीं दी है, उन्हें संघर्ष समिति के खिलाफ लड़ाई का स्टैंड नहीं लेना चाहिए, बल्कि बिजली कंपनियों के भविष्य को सुनिश्चित करने के लिए आंदोलन में भाग लेना चाहिए। संघर्ष समिति की ओर से यही अपील की जा रही है।

आज बिजली उद्योग में सैकड़ों ठेकेदार/संस्थाएं फोटोमीटर रीडिंग, दैनिक रखरखाव, अधोसंरचना सुविधाओं के निर्माण और मानव शक्ति की आपूर्ति का काम कर रहे हैं। संघर्ष समिति उन ठेकेदारों/संस्थानों के साथ-साथ उनके संघों और संगठनों से भी अपील कर रही है कि वे भी इस संघर्ष में शामिल हों और सहयोग करें। यही अपील की जा रही है।
धन्यवाद एवं सहयोग की अपेक्षा !

जानकारी के लिए बता दें कि संघर्ष समिति द्वारा तय किया आंदोलन का कार्यक्रम यह है:
1) 12 दिसंबर 2022 को महाराष्ट्रभर में गेट मीटिंग करना
2) 14 दिसंबर 2022 को
i) माननीय मंत्री, सांसदों, विधायकों, नगर निगमों, नगर परिषदों, पंचायत समितियों, जिला परिषदों, ग्राम पंचायत सदस्यों, को निवेदन प्रस्तुत करना
ii) सामाजिक, उपभोक्ता, किसान और श्रमिक संगठनों यूनियनों को निवेदन प्रस्तुत करना
iii) महाराष्ट्रभर में गेट मीटिंगें करना
3) 16 दिसंबर 2022 को महाराष्ट्रभर में गेट मीटिंग करना
4) 19 दिसंबर 2022 को तीनों कंपनियों के प्रबंधन के साथ अनिश्चितकालीन असहयोग आंदोलन
i) बकाया रकम वसूली बंद करना
ii) कंपनी के सिम कार्ड प्रसाशन के पास जमा करना
iii) उपकेंद्रों के मोबाईल फोन जमा करना, शाखा कार्यालयों पर आने वाले फ़ोनों का जवाब नहीं देना
5) 23 दिसंबर 2022 को नागपुर विधानसभा पर विराट मोर्चा
6) 29 दिसंबर 2022 को महाराष्ट्रभर में गेट मीटिंग करना
7) 2 जनवरी 2023 को ठाणे जिला अधिकारी कार्यालय पर विराट मोर्चा
8) 4 जनवरी 2023 को 72 घंटे की हड़ताल
9) 16 जनवरी 2023 को महाराष्ट्रभर में गेट मीटिंग करना
10) 18 जनवरी 2023 को 00.00 बजे से अनिश्चितकालीन हड़ताल

सादर,
महाराष्ट्र राज्य वीज कर्मचारी, अभियन्ते, अधिकारी संघर्ष समिती

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