अखिल भारतीय बीमा कर्मचारी संघ (एआईआईआईए) के महासचिव श्रीकांत मिश्रा बताते हैं कि किस तरह सार्वजनिक क्षेत्र के उद्यमों के निजीकरण से जनता के हितों को नुकसान पहुंचेगा और निजीकरण का विरोध क्यों किया जाना चाहिए।

अखिल भारतीय बीमा कर्मचारी संघ (एआईआईआईए) के महासचिव श्रीकांत मिश्रा बताते हैं कि किस तरह सार्वजनिक क्षेत्र के उद्यमों के निजीकरण से जनता के हितों को नुकसान पहुंचेगा और निजीकरण का विरोध क्यों किया जाना चाहिए।

"कॉम. कृष्णा भोयर, महासचिव, महाराष्ट्र स्टेट इलेक्ट्रिसिटी वर्कर्स फेडरेशन, केईसी संवाददाता को समझाते हैं कि बिजली संशोधन विधेयक 2021 से उपभोक्ताओं पर किस तरह से बुरा असर पड़ेगा और क्यों श्रमिकों और उपभोक्ताओं दोनों को मिलकर इसका विरोध करना चाहिए। कॉमरेड भोयर और अन्य कार्यकर्ता 5 अगस्त 2021 को बिल के विरोध में दिल्ली में थे।

“कॉम. कृष्णा भोयर, महासचिव, महाराष्ट्र स्टेट इलेक्ट्रिसिटी वर्कर्स फेडरेशन, केईसी संवाददाता को समझाते हैं कि बिजली संशोधन विधेयक 2021 से उपभोक्ताओं पर किस तरह से बुरा असर पड़ेगा और क्यों श्रमिकों और उपभोक्ताओं दोनों को मिलकर इसका विरोध करना चाहिए। कॉमरेड भोयर और अन्य कार्यकर्ता 5 अगस्त 2021 को बिल के विरोध में दिल्ली में थे।

“अकोला (महाराष्ट्र) से महाराष्ट्र राज्य स्वाभिमानी विद्युत वर्कर्स यूनियन के प्रतिनिधि केईसी संवाददाता को बताते हैं कि वे बिजली संशोधन विधेयक 2021 का विरोध क्यों कर रहे हैं। बिजली कर्मचारी बिल के खिलाफ सत्याग्रह में भाग लेने के लिए दिल्ली गए थे।”

“अकोला (महाराष्ट्र) से महाराष्ट्र राज्य स्वाभिमानी विद्युत वर्कर्स यूनियन के प्रतिनिधि केईसी संवाददाता को बताते हैं कि वे बिजली संशोधन विधेयक 2021 का विरोध क्यों कर रहे हैं। बिजली कर्मचारी बिल के खिलाफ सत्याग्रह में भाग लेने के लिए दिल्ली गए थे।”

"बिजली कर्मचारियों और इंजीनियरों की राष्ट्रीय समन्वय समिति (एनसीसीओईईई) के संयोजक कॉम. प्रशांत चौधरी ने दिल्ली में केईसी संवाददाता से बिजली संशोधन विधेयक 2021 के बारे में बात की और बताया कि यह जनविरोधी क्यों है। एनसीसीओईईई ने 3 से 6 अगस्त 2021 को नई दिल्ली में बिल के खिलाफ 4 दिनों तक चलने वाले सत्याग्रह का आयोजन किया था।

“बिजली कर्मचारियों और इंजीनियरों की राष्ट्रीय समन्वय समिति (एनसीसीओईईई) के संयोजक कॉम. प्रशांत चौधरी ने दिल्ली में केईसी संवाददाता से बिजली संशोधन विधेयक 2021 के बारे में बात की और बताया कि यह जनविरोधी क्यों है। एनसीसीओईईई ने 3 से 6 अगस्त 2021 को नई दिल्ली में बिल के खिलाफ 4 दिनों तक चलने वाले सत्याग्रह का आयोजन किया था।

3 अगस्त 2021 को नई दिल्ली में बिजली (संशोधन) विधेयक, 2021 के खिलाफ बिजली कर्मियों के सत्याग्रह आंदोलन में इंजिनियर अभिमन्यु धनखड़, राष्ट्रीय महासचिव, अखिल भारतीय फेडरेशन ऑफ पावर डिप्लोमा इंजीनियर्स (एआईएफओपीडीई) के द्वारा भाषण

3 अगस्त 2021 को नई दिल्ली में बिजली (संशोधन) विधेयक, 2021 के खिलाफ बिजली कर्मियों के सत्याग्रह आंदोलन में इंजिनियर अभिमन्यु धनखड़, राष्ट्रीय महासचिव, अखिल भारतीय फेडरेशन ऑफ पावर डिप्लोमा इंजीनियर्स (एआईएफओपीडीई) के द्वारा भाषण

3 अगस्त 2021 को नई दिल्ली में बिजली (संशोधन) विधेयक, 2021 के खिलाफ बिजली कर्मियों के सत्याग्रह आंदोलन में इंजिनियर आर. के. त्रिवेदी, राष्ट्रीय अध्यक्ष, ऑल इंडिया फेडरेशन ऑफ पावर डिप्लोमा इंजीनियरों (एआईएफओपीडीई) के द्वारा भाषण

3 अगस्त 2021 को नई दिल्ली में बिजली (संशोधन) विधेयक, 2021 के खिलाफ बिजली कर्मियों के सत्याग्रह आंदोलन में इंजिनियर आर. के. त्रिवेदी, राष्ट्रीय अध्यक्ष, ऑल इंडिया फेडरेशन ऑफ पावर डिप्लोमा इंजीनियरों (एआईएफओपीडीई) के द्वारा भाषण

डॉ. एम. राघवैया, महासचिव, नेशनल फेडरेशन ऑफ इंडियन रेलवेमेन (एनएफआईआर), नेशनल कॉर्डिनेशन कमिटी ऑफ रेलवेमेन्स स्ट्रगल (एनसीसीआरएस) के सह-संयोजक और नेशनल ज्वाइंट काउंसिल ऑफ एक्शन (एनजेसीए) के अध्यक्ष के अंग्रेजी में साक्षात्कार का हिंदी अनुवाद

डॉ. एम. राघवैया, महासचिव, नेशनल फेडरेशन ऑफ इंडियन रेलवेमेन (एनएफआईआर), नेशनल कॉर्डिनेशन कमिटी ऑफ रेलवेमेन्स स्ट्रगल (एनसीसीआरएस) के सह-संयोजक और नेशनल ज्वाइंट काउंसिल ऑफ एक्शन (एनजेसीए) के अध्यक्ष के अंग्रेजी में साक्षात्कार का हिंदी अनुवाद

1. प्रश्न: महोदय, आपको रेलकर्मियों के अधिकारों के लिए लड़ने का लंबा अनुभव है। सर्व हिन्द निजीकरण विरोधी फ़ोरम (एआईएफएपी) से आपको क्या उम्मीद है? डॉ. आर: सर्व हिन्द निजीकरण विरोधी फ़ोरम (एआईएफएपी) पूरे मजदूर वर्ग को एकजुट करने की दिशा में एक अच्छा कदम है। यह एक शुरुआत है और मेरे लिए यह कहना […]