सेवानिवृत्त कोयला श्रमिकों का समर्थन करें

अलवंदर वेणु माधव, उपाध्यक्ष, सिंगरेनी सेवानिवृत्त कर्मचारी कल्याण असोसिएशन, हैदराबाद

बिना हवा और प्रकाश के अंधेरी कोयला खदानों में 30-40 वर्षों तक मेहनत करने वाले सेवानिवृत्त कोयला खदान श्रमिक पूरे देश में, विशेष रूप से बिहार, झारखंड, ओडिशा, पश्चिम बंगाल, उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, असम, महाराष्ट्र, तेलंगाना और दक्षिण भारत के आंध्र प्रदेश में भयानक परिस्थितियों में रह रहे हैं। सिंगरेनी कोलियरीज के लगभग 80,000 और कोल इंडिया के पांच लाख सेवानिवृत्त श्रमिकों को कोयला खान पेंशन योजना-1998 के तहत पेंशन मिल रही है। उनके लिए न्यूनतम पेंशन सिर्फ 350 रुपये प्रति माह है।

यह दुखद है कि 25 साल बाद भी उनके लिए पेंशन में कोई वृद्धि नहीं हुई है। दो महीने पहले न्यूनतम पेंशन 350 रुपये से बढ़ाकर 1,000 रुपये प्रति माह करने का निर्णय होने के बावजूद इसे लागू नहीं किया जा रहा है। सिंगरेनी में, 1,000 रुपये की पेंशन पाने वाले लगभग 20,000 लोग दयनीय स्थिति में रह रहे हैं। कोयला खान पेंशन योजना के नियम के अनुसार हर तीन साल में एक बार पेंशन की समीक्षा और संशोधन करने का प्रावधान है लेकिन इसे लागू नहीं किया जा रहा है।

5 दिसंबर 2022 को नई दिल्ली में जंतर-मंतर के पास और 27 मार्च 2023 को प्रधानमंत्री के संसदीय क्षेत्र वाराणसी में धरना और भूख हड़ताल की गई। अब तक पेंशन में वृद्धि के लिए याचिकाएं प्रधानमंत्री और लगभग 100 संसद सदस्यों और विभिन्न केंद्रीय विभागों के मंत्रियों को सौंपी गई हैं।

सेवानिवृत्त कोयला कामगार परिवारों के लिए कोई कल्याणकारी योजनाएं लागू नहीं हैं। वे बुढ़ापे के कारण स्वास्थ्य समस्याओं से पीड़ित हैं। यदि वे अंशदायी पोस्ट रिटायर्ड मेडिकेयर स्कीम (सीपीआरएमएस) मेडिकल कार्ड लेते हैं और अनुबंधित अस्पतालों में जाते हैं, तो उन्हें वहां अस्वीकार कर दिया जाता है। आज की कीमतों के अनुसार पेंशन में वृद्धि न होने के कारण, वे गरीबी में रह रहे हैं; गरीब वर्ग की सरकारी योजनाएं भी उनके लिए लागू नहीं की जाती हैं।

विगत में दुरुपयोग के कारण पेंशन निधि समाप्त हो गई है। फंड को मजबूत करने के लिए वर्तमान में कोयला कंपनियां देश में बेचे जाने वाले प्रत्येक टन कोयले पर 10 रुपये पेंशन फंड में जमा कर रही हैं। प्रति टन अंशदान को बढ़ाए जाने की आवश्यकता है ताकि सेवानिवृत्त कामगारों की पेंशन पेंशन निधि में कमी के बिना, बढ़ाई जा सके। जीवन यापन की वर्तमान लागत के अनुरूप पेंशन में वृद्धि और सेवानिवृत्त कोयला कामगारों के लिए निशुल्क असीमित चिकित्सा सेवाओं की तत्काल आवश्यकता है।

अलवंदर वेणु माधव
उपाध्यक्ष, सिंगरेनी सेवानिवृत्त कर्मचारी कल्याण असोसिएशन, हैदराबाद
8686051752,

 

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