भारतीय रेल के सिकंदराबाद मंडल में प्वाइंट फेल्योर अटेंड करते हुए एक और S&T कर्मी की ट्रेन के नीचे आकर मौत के लिए रेलवे की सुरक्षा व्यवस्था में खामियां जिम्मेदार हैं

कामगार एकता कमिटी (केईसी) संवाददाता की रिपोर्ट

12 अप्रैल 2024 को दक्षिण मध्य रेलवे (SCR) के सिकंदराबाद मंडल के रेचनी रोड स्टेशन पर प्वाइंट फेल्योर को सही करने के दौरान असिस्टेंट (S&T) एम नरसिंहा की ट्रेन की चपेट में आकर मौत हो गई। सिग्नल एवं दूरसंचार कर्मचारियों ने कार्य के दौरान एक और कर्मचारी की मौत के लिए रेलवे की व्यवस्था में मौजूद सुरक्षा खामियों को जिम्मेदार ठहराया है।

एक और सिग्नल एवं दूरसंचार कर्मचारी की मौत ने कई सवालों को एक बार फिर खड़ा कर दिया है। आखिर रनिंग लाइन पर बार-बार सिग्नल एवं दूरसंचार कर्मचारी को अकेले क्यों भेजा जा रहा है ? क्या सिग्नल एवं दूरसंचार कर्मियों को काम करने से पहले/दौरान ट्रेनों की आवाजाही के बारे में ऑन ड्यूटी स्टेशन मास्टर द्वारा जानकारी नहीं दी जा सकती है? क्या उन्हें सुरक्षा उपकरणों से लैस किया गया था? क्या कार्यस्थल पर सुरक्षा प्रोटोकॉल का पालन किया जा रहा था?

इंडियन रेलवे सिग्नल एंड टेलीकम्यूनिकेशन मेंटेनर्स यूनियन (IRSTMU) ने रेलवे प्रशासन और सरकार को मिलकर इस समस्या का समाधान खोजने की अपील की है ताकि भविष्य में ऐसी घटनाएं दोबारा न हों। हादसे में मारे गए कर्मचारी के परिवार के प्रति IRSTMU ने गहरी संवेदना जतायी है।

यूनियन का कहना है कि सिग्नल एवं दूरसंचार विभाग के कर्मी लगातार ड्यूटी, बराबर आराम न मिलने, रोस्टर का सही से पालन न होने, एवम् अपनी ड्युटी पूरी करने के बाबजूद किसी भी समय फेल्योर हो जाने पर दुबारा बुलाए जाने और फेल्योर जल्द से जल्द ठीक करने के अत्यधिक दबाव के कारण हमेशा दवाब में रहते हैं। IRSTMU ने रेल प्रशासन के समक्ष बार बार अपनी मांगों को रखा है लेकिन उनका अभी तक निदान नहीं किया गया है।

IRSTMU की मांगें:

• रात के लिए फेल्योर गैंग का हर एस एस ई यूनिट में गठन जल्द से जल्द किया जाए।
• सही रोस्टर ड्यूटी का पालन किया जाए।
• HOER की अवहेलना रोकी जाए।
• लाइन पर काम करने वाले सभी S&T कर्मियों को रिस्क एवं हार्डशिप अलाउंस तत्काल प्रभाव से दिया जाए।

 

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