ठाणे जिला की प्रीपेड स्मार्ट मीटर विरोधी समिति का आह्वान
नहीं, नहीं, हमें प्रीपेड स्मार्ट मीटर का अंधकार नहीं चाहिए!
तत्कालीन ऊर्जा मंत्री और वर्तमान मुख्यमंत्री ने 3 जुलाई 2024 को सदन में आश्वासन दिया था कि आम उपभोक्ताओं के लिए स्मार्ट मीटर नहीं लगाए जाएँगे। लेकिन फिर भी, निजी कंपनियाँ महाराष्ट्र के ठाणे और अन्य जगहों पर धोखाधड़ी करके प्रीपेड स्मार्ट मीटर लगा रही हैं। हम इस मनमानी को स्वीकार नहीं करते! गुजरात, बिहार, मध्य प्रदेश, जम्मू कश्मीर, उत्तर प्रदेश और महाराष्ट्र में कई जगहों पर स्मार्ट मीटर का कड़ा विरोध हो रहा है।
• स्मार्ट मीटर के लिए पहले से पैसे देने होंगे। रिचार्ज खत्म होते ही बिजली की आपूर्ति अपने आप बंद हो जाएगी। अगर स्मार्ट मीटर की वजह से आपको बहुत ज़्यादा बिल भी आता है, तो आपको पहले उसका भुगतान करना होगा और उसके बाद ही आपकी शिकायत का समाधान किया जाएगा। इस तरह, ताकि हमारी बुनियादी ज़रूरतों का नियंत्रण निजी कंपनियों के हाथ में न जाए…….
• बिजली की दर बढ़ाने के लिए हमारी यानी उपभोक्ताओं की सहमति की ज़रूरत नहीं होगी। कोई निजी कंपनी सरकार की मिलीभगत से बिजली की दर बढ़ा सकती है। इस मनमानी को रोकने के लिए…….
• रात में जब बिजली की जरूरत ज्यादा होगी, तो बिजली की दर ज्यादा होगी। स्मार्ट मीटर लगाने से ऐसा करना आसान हो जाएगा। इस तरह की लूट को रोकने के लिए……….
• महावितरण के निजीकरण की दिशा में यह पहला महत्वपूर्ण कदम है। अगर बिजली वितरण का निजीकरण किया जाता है, तो अधिक से अधिक नागरिक बिजली का उपयोग करने में सक्षम नहीं होंगे। इसलिए, महावितरण के निजीकरण को रोकने के लिए…….
• स्मार्ट मीटर और महावितरण के निजीकरण से उस क्षेत्र में हमारे कामकाजी भाई-बहनों पर बेरोजगारी और ठेकाकरण का खतरा बढ़ जाएगा। इस अन्याय को रोकने के लिए……..
आइए, हम सब मिलकर जन-विरोधी, मजदूर-विरोधी, देश-विरोधी स्मार्ट मीटर और निजीकरण की योजना को हराएं!
प्रीपेड स्मार्ट मीटर विरोधी समिति, ठाणे जिला
शिव सेना (यूबीटी), राष्ट्रवादी कांग्रेस (एसपी), शेतकर कामगार पक्ष, धर्मराज्य पक्ष, आम आदमी पार्टी, भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी, मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी, हिंदोस्तान की कम्युनिस्ट ग़दर पार्टी, महाराष्ट्र स्टेट इलेक्ट्रिसिटी वर्कर्स फेडरेशन, महाराष्ट्र राज्य पिछड़ा वर्ग विद्युत कर्मचारी संघटन, एआईटीयूसी, कामगार एकता कमेटी , आंगनवाड़ी कर्मचारी संघ ठाणे, श्रमिक जनता संघ, राज्य सरकार कर्मचारी केंद्रीय संगठन ठाणे, महाराष्ट्र राज्य किसान सभा, भारतीय महिला फेडरेशन, फातिमा शेख स्टडी सर्कल, संभाजी ब्रिगेड, भिवंडी जन संघर्ष समिति। |