ताज़ा खबर
- »राष्ट्रीय महिला बैंक कर्मचारी सम्मेलन ने सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों के निजीकरण, नौकरियों की आउटसोर्सिंग के खिलाफ प्रस्ताव पारित किया और यौन उत्पीड़न के दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की।
- »यूनाइटेड फोरम ऑफ बैंक यूनियंस ने भर्ती, 5 दिवसीय बैंकिंग और अन्य मांगों को लेकर 24 और 25 मार्च को आंदोलन और अखिल भारतीय हड़ताल का आह्वान किया है।
- »उत्तर प्रदेश के जनपद आगरा में किसानों ने बिजली निजीकरण का विरोध किया
- »उपभोक्ताओं के विशाल प्रदर्शन ने बिजली वितरण कंपनी प्रबंधन को स्मार्ट मीटर की स्थापना रोकने का निर्देश देने के लिए मजबूर किया
- »निजीकरण के खिलाफ उत्तर प्रदेश के बिजली कर्मचारियों और इंजीनियरों का प्रदर्शन 75वें दिन भी जारी रहा
मैं अपने भाइयों और बहनों द्वारा उठाई गई न्यायोचित मांगों का समर्थन करती हू। संघर्ष का जज्बा काबिले तारीफ है। सरकार लोगों के अधिकारों से खेलती है। हमारी आवाज को दबाने के लिए, हमारे बीच मतभेद लाने के लिए विभिन्न साधनों का उपयोग किया जाता है जिसके कारण हम आपस में लड़ते रहते हैं। यह ऐसा करना जारी रहेगा, जब तक हम सभी एक ऐसी एकता नहीं बनाते जो अटूट हो। सत्ताधारी व्यवस्था को हमारी मांगों को पूरा करना होगा। हमारे द्वारा किया गया निरंतर संघर्ष, और एकता की शक्ति उन्हें घुटने टेकने पर मजबूर कर देगी। हमें ऐसी जनविरोधी नीतियों पर पूर्ण विराम लगाने के लिए वास्तविक शत्रु की पहचान करनी होगी, जो कुछ लोगों के लाभ के लिए और बहुसंख्यक लोगों के नुकसान के लिए लागू की जाती हैं।