जिस दिन बिजली (संशोधन) विधेयक 2021 को संसद में पेश किया जायेगा, उस दिन, दिन भर बड़े पैमाने पर प्रदर्शन की योजना बनाई गई हैl

ऑल इंडिया पावर इंजीनियर्स फेडरेशन (AIPEF) द्वारा सभी बिजली कर्मचारियों और इंजीनियरों को संदेश

जब भी बिजली (संशोधन) विधेयक 2021 संसद में पेश किया जाता है, उस दिन NCCOEEE ने दिन भर बड़े पैमाने पर प्रदर्शन आयोजित करने का निर्णय लिया है। प्रदर्शन में अब तक की सर्वाधिक भागीदारी के परिणामों की जिम्मेदारी भारत सरकार की होगी।
03 दिसंबर को होने वाली एनसीसीओईईई की बैठक भविष्य की कार्रवाई तय करेगी।

यदि केंद्र सरकार ईए विधेयक 2021 के माध्यम से जल्दबाजी करने की कोशिश करती है, तो सभी बिजली कर्मचारियों और इंजीनियरों से अनुरोध है कि वे एक्सप्रेस संचार के माध्यम से जल्द की कार्रवाई के लिए तैयार रहें।

1. एनसीसीओईईई राष्ट्रीय अध्याय ने गंभीर चिंता के साथ नोट किया कि भारत सरकार ने भारत के गरीब और ग्रामीण लोगों के लिए बिजली तक पहुंच के अधिकारों पर अंकुश लगाने के उद्देश्य से संसद के आगामी शीतकालीन सत्र में बिजली (संशोधन) विधेयक, 2021 को कानून बनाने के लिए अपनी अड़ियल सोच दिखाई है।

2. एनसीसीओईईई ने पिछले 10 अगस्त को अपनी हड़ताल कॉल स्थगित कर दी थी क्योंकि संसद के मानसून सत्र में विवादित विधेयक पेश नहीं किया गया था। संसद के शीतकालीन सत्र के एजेंडे से संकेत मिलता है कि बिजली (संशोधन) विधेयक, 2021 को संसद के इसी सत्र में रखा जाएगा। इन परिस्थितियों में, जब भी विधेयक को संसद में रखा जाएगा उस दिन एनसीसीओईईई ने बड़े पैमाने पर राष्ट्रव्यापी विरोध प्रदर्शन आयोजित करने का निर्णय लिया, । एनसीसीओईईई के सभी घटक अपने सदस्यों की यथासंभव अधिकतम भागीदारी सुनिश्चित करेंगे। दिन भर चलने वाले प्रदर्शन में व्यापक भागीदारी के परिणाम की जिम्मेदारी भारत सरकार को ही वहन करनी होगी। लोगों और बिजली उपभोक्ताओं के बीच हर तरह का अभियान और प्रचार जारी रहना चाहिए।

3. दिल्ली में एनसीसीओईईई नेशनल चैप्टर की भौतिक बैठक 3 दिसंबर को होगी। इस बैठक में आगे की कार्ययोजना पर चर्चा कर निर्णय लिया जाएगा। यदि भारत सरकार विधेयक को अधिनियमित करने में जल्दबाजी करती है, तो एनसीसीओईईई के घटकों को एक्सप्रेस संचार के माध्यम से तुरंत की कार्रवाई का सहारा लेने के लिए खुद को तैयार रखना चाहिए।

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