प्रैस विज्ञप्ति
चण्डीगढ़, 11 जनवरी 2022
यूटी पावरमैन यूनियन के आह्वान पर चण्डीगढ़ के बिजली कर्मियों ने आज केन्द्र सरकार द्वारा चण्डीगढ़ के बिजली विभाग के निजीकरण की फाइल को क्लीयर कर बिजली का काम निजी एमीनेंट कम्पनी को देने के खिलाफ आज बिजली दफ्तर सैक्टर 17 के नजदीक विषाल रोष रैली व रोष प्रर्दषन किया गया।
रोष रैली को सम्बोधित करते हुए यूनियन के प्रधान ध्यान सिंह, महासचिव गोपाल दत्त जोशी, वरिष्ठ उप प्रधान अमरीक सिंह ने केन्द्र सरकार व चण्डीगढ़ प्रशासन पर आरोप लगाया कि प्रशासन ने मानीय पंजाब व हरियाणा उच्च न्यायालय द्वारा 16 फरवरी 2021 को दिये फैसले की उल्लंघना की है जिसमें माननीय उच्च न्यायालय ने यह स्पष्ट निर्णय दिया है कि प्रशासन द्वारा किया गया कोई भी निर्णय व कार्यवाही हाईकोर्ट द्वारा दिेय जाने वाले अन्तिम निर्णय पर निर्भर करेगी। यह बहुत ही दुखदायी है कि प्रशासन ने पंजाब हरियणा उच्च न्यायालय के फैसले की अनदेखी करके फाईनैंस बिड़ भी खोल दी तथा केन्द्र सरकार को अंधेरे में रखकर उस पर कैबिनेट की मुँहर भी लगवा ली जो सीधे तौर पर कोर्ट की अवमानना है क्योंकि माननीय हाईकोर्ट ने अभी मैरिट के आधार पर अन्तिम निर्णय नहीं दिया है तथा केार्ट में अगली सुनवाई 20 जनवरी को है।
वक्ताओं ने जोर देकर कहा कि सरकार व प्रशासन को कोई भी फैसला लेने से पहले सरकारी तौर पर काम कर रहे कर्मचारियों की सारी सेवाशर्ते, पेंशन, ग्रेच्युटी, सभी भत्ते बहाल रखे जायें तथा जीपीएफ व ट्रेजरी सिस्टम बरकरार रखा जाये। वक्ताओं ने कहा कि सरकार द्वारा ट्रस्ट बना कर कर्मचारियों के फंड हड़पने का हर हालत में विरोध होगा।
यूनियन के उप प्रधान गुरमीत सिंह, दर्शन सिंह, रणजीत सिंह, कश्मीर सिंह, पान सिंह, रेशम सिंह ने चण्डीगढ़ प्रशासन पर दोष लगाया कि प्रशासन निजीकरण की दौड़ में इतना अन्धा है कि बिजली कर्मचारियों के संषोधित वेतनमान भी लागू नहीं कर रहा। कर्मचारियों की भर्ती 2-3 साल से बन्द की हुई है। पिछले साल जनवरी से पोस्टें होने व योग्यता होने के बावजूद भी कर्मचारियों की वेतन-विसंगति आदि मांगों की भी लगातार अनदेखी हो रही है।
रोष रैली को फैड़रेशन ऑफ यूटी इम्पलाईज एण्ड वर्करज के प्रधान रघवीर चन्द, राजेन्द्र कटोच, हरपाल सिंह, हरकेष चन्द के अलावा यूटी एम सी पेंशनर ऐसोसिऐशन के प्रधान राम सरूप, महासचिव सुच्चा सिंह आदि ने भी सम्बोधित करते हुए कहा कि बिजली कर्मचारियों की सेवाशर्तो पर कोई समझौता नहीं किया जायेगा। इसके खिलाफ सभी विभागों के कर्मचारी भी हड़ताल पर जायेंगे।
रैली में सर्वसम्मति से प्रस्ताव पास कर 1 फरवरी 2022 को एक दिन की सभी शिफ्टों में मुकम्मल हड़ताल की जायेगी व 23 व 24 फरवरी को 2 दिन की हड़ताल होगी। अगर उससे पहले कर्मचारियों की सेवा शर्तो पर फैसला किये बिना कोई भी जल्दबाजी में फैसला लिया गया तो तुरन्त प्रभाव से अनिश्चितकालीन हड़ताल की जायेगी। हड़ताल से पहले रैलियों, प्रर्दशनों, ज्ञापनों व जत्थामार्च व गर्वनर हाउस मार्च का संघर्ष जारी रहेगा।
जारीकर्त्ता
गोपाल दत्त जोषी
महासचिव
Bijli ke private hone se aam logo ka bahot nuksan ho sakta hai.eshileye Nijikaran to nahi hona chahiye.kyuki Nijikaran hone se bijli ka bill bahot jyada aayega our Aam janta ( garib log ) bijli ka bill nahi bhar payege…bijli ka bill nahi bharege to..unke gharpe bijli nahi hogi…jisse wo apne haakk ki jarurato se vanchit rahege….jaise ki ham jante hai.aaj har chij bijli se hi chalti hai..usake Bina koi kam nahi kar sakte.. eshliye bijli ka privatetetion nahi hona chahiye..Ham sab ko ekejut ho ke Nijikaran ka viroth karna chahiye ..eke par hamla sab par hamla..