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- »राजस्थान में बिजली के निजीकरण और उत्पादन निगम को संयुक्त उद्यम को बेचने के विरोध में जयपुर में बिजली कर्मचारियों की एक विशाल रैली हुई
- »ट्रैक मेंटेनरों ने उनकी सुरक्षा के लिए नाइट पैट्रोलिंग दूरी की समीक्षा एवं रक्षक डिवाइस की उपलब्धता की माँग की
- »सार्वजनिक क्षेत्र की साधारण बीमा कंपनियों के यूनियनों और एसोसिएशनों ने बीमा क्षेत्र में 100% एफडीआई की अनुमति देने के प्रस्ताव का विरोध किया और सार्वजनिक क्षेत्र की साधारण बीमा कंपनियों के विलय और सुदृढ़ीकरण की मांग करी
- »बिजली निजीकरण के खिलाफ़ आगरा में विशाल बिजली पंचायत हुई
- »उत्तर प्रदेश विधान सभा में कर्मचारी-विरोधी, उपभोक्ता-विरोधी बिजली निजीकरण प्रस्ताव पर चर्चा की माँग
विनिवेश से यह सवाल उठता है कि चूंकि हमारे देश में शेयर बाजार में ज्यादा लोगों की पहुंच नहीं है, तो इससे कितने लोगों को फायदा होने वाला है? एलआईसी समाज के सभी वर्गों को, गरीब लोगों को उनकी छोटी-छोटी पॉलिसीज से सामाजिक सुरक्षा प्रदान करती है, क्या ऐसा करती रहेगी? या यह शेयरधारक के लाभ पर ध्यान केंद्रित करेगा? और इससे भी महत्वपूर्ण बात यह है कि ऐसे निर्णय लेते समय लोगों से कभी क्यों नहीं पूछा जाता है जिनका उनके जीवन पर बहुत अधिक प्रभाव पड़ता है?