उत्तर प्रदेश के बिजली इंजीनियरों/जूनियर इंजीनियरों के चल रहे असहयोग आंदोलन और 4 से 6 अप्रैल को समूहिक अवकाश पर जाने के आंदोलन की जीत – उर्जा मंत्री ने सभी समस्याओं का समाधान करने का आश्वासन दिया

कामगार एकता कमेटी (KEC) के संवाददाता की रिपोर्ट


उत्तर प्रदेश के बिजली इंजीनियरों/जूनियर इंजीनियरों का चल रहा असहयोग आंदोलन और 4 से 6 अप्रैल को समूहिक अवकाश पर जाने का आंदोलन प्रदेश के ऊर्जा मंत्री द्वारा सभी समस्याओं के समाधान सहित ऊर्जा निगमों में कार्य का बेहतर वातावरण बनाने के स्पष्ट आश्वासन के बाद स्थगित कर दिया गया है।

आंदोलन की तीव्रता ने उर्जा मंत्री को वार्ता करने पर मजबूर कर दिया। हालाँकि बिजली प्रबंधन ने आदेश जारी कर रखा था कि 4 से 6 अप्रैल तक कोई भी कर्मचारी अवकाश पर नहीं रहेगा, करीब 6 हजार इंजीनियरों ने सार्वजनिक अवकाश पर जाने के किये आवेदन दे दिए थे और यह संख्या 4 अप्रैल तक 10000 तक पहुंचने के उम्मीद थी। छुट्टी का आवेदन देने वालों में मुख्य अभियंता, अधीक्षण अभियंता, सहायक अभियंता भी शामिल थे।

उ.प्र. राज्य विद्युत परिषद अभियंता संघ व जूनियर इंजीनियर संगठन के प्रतिनिधियों की 2 अप्रैल को ऊर्जा मंत्री के साथ हुई विस्तृत वार्ता हुई। संगठनों के प्रतिनिधियों ने ऊर्जा निगमों के शीर्ष प्रबंधन के तानाशाही पूर्ण दमनात्मक रवैये, शीर्ष स्तर पर भ्रष्टाचार और ऊर्जा निगमों में व्याप्त भय के वातावरण के बारे में विस्तार से बिंदुवार ऊर्जा मंत्री को अवगत कराया और उन्हें सभी मुद्दों पर लिखित ज्ञापन दिया।

ऊर्जा मंत्री ने संगठनों के प्रतिनिधियों को आश्वासन दिया कि बिजली व्यवस्था में सुधार हेतु सभी संगठनों का सहयोग लिया जायेगा और न केवल कार्य का स्वस्थ वातावरण बनाया जायेगा अपितु कार्य का बेहतर वातावरण बनाया जायेगा।
ऊर्जा मंत्री ने यह भी निर्देश जारी किए कि संगठनों द्वारा उठाये गये भ्रष्टाचार के मामलों विशेषतः ईआरपी घोटाला, स्मार्ट मीटर खरीद, सबसे सस्ती बिजली देने वाले उत्पादन निगम को कोयला खरीदने के लिए धनराशि न देना और बाजार से 21 रु प्रति यूनिट की बिजली खरीदना, बड़ी संख्या में सलाहकारों की नियुक्ति, आदि पर ऊर्जा निगमों का प्रबन्धन लिखित टिप्पणी दे जिससे इस पर कार्यवाही की जा सके।

उप्र पावर कारपोरेशन प्रबंधन द्वारा उक्त वार्ता का लिखित कार्यवृत्त जारी किया गया है। कार्यवृत्त में यह भी लिखा गया है कि आंदोलन के कारण किसी भी कर्मचारी, जूनियर इंजीनियर व अभियंता पर कोई उत्पीड़नात्मक कार्यवाही नही की जायेगी।

वार्ता में संघ/संगठन की ओर से इ. शैलेन्द्र दुबे, इं. पल्लब मुकर्जी, इ.जी.बी. पटेल, इ. प्रभात सिंह, इं. जय प्रकाश, इं. अदालत वर्मा, इं. आलोक कुमार श्रीवास्तव, इं. दिनेश कुमार प्रजापति ने भाग लिया।

 

Subscribe
Notify of
guest
0 Comments
Inline Feedbacks
View all comments