ऑल इंडिया गार्ड्स काउंसिल (AIGC) के महासचिव का बयान
रक्षा सेवाएं अनुबंध के आधार पर होंगी!
‘अग्निपथ’ या ‘अग्निवीर’ योजना सेना, नौसेना और वायु सेना में सैनिकों की भर्ती के लिए एक प्रक्रिया है, जिसमें सैनिकों को अनुबंध पर चार साल की अवधि के लिए रखा जायेगा। इस योजना की घोषणा रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने मंगलवार, 14 जून को की।
सेना में भर्ती को लंबे समय तक लंबित रखने के बाद, केंद्र ने अब सेना में चार साल की छोटी अवधि के साथ एक नई भर्ती योजना ‘अग्निवीर’ की घोषणा की है। भले ही इसे एक आकर्षक योजना कहा गया हो, लेकिन देश के युवा असंतुष्ट और गुस्से में हैं। वे सेना भर्ती प्रणाली में बदलाव का खुलकर वि रोधकर रहे हैं।
हमारा मानना है कि सेना और सरकारी नौकरियों में पेंशन लाभ को खत्म करने के लिए सरकार सैनिकों के कार्यकाल को चार साल तक सीमित कर रही है, जो ग्रामीण युवाओं और उनके परिवारों के भविष्य के लिए बेहद अनुचित और हानिकारक है। देश में लोग पहले से ही बढ़ती गरीबी, महंगाई, बेरोजगारी, गलत नीतियों और सरकार की अहंकारी कार्यशैली से पीड़ित हैं; ऐसे में सेना में नई भर्ती व्यवस्था को लेकर युवाओं में फैली बेचैनी चिंता का कारण है।
एआईजीसी की मांग है कि सरकार अपने फैसले पर तुरंत पुनर्विचार करे।