कामगार एकता कमिटी (KEC) संवाददाता की रिपोर्ट
उतर प्रदेश के सैंकड़ों बिजली कर्मचारियों और अभियंताओ ने केंद्र शासित प्रदेश पुडुचेरी के बिजली विभाग के निजीकरण की प्रक्रिया के विरोध में शनिवार 1 अक्टूबर को लखनऊ में प्रदर्शन किया।
प्रदर्शनकारियों को संबोधित करते हुए उ.प्र. की विद्युत् कर्मचारी संयुक्त संघर्ष समिति के संयोजक श्री शैलेन्द्र दुबे ने कहा कि पुडुचेरी का बिजली विभाग मुनाफे में चल रहा है और पुडुचेरी की बिजली हानियाँ मात्रा 11.5 प्रतिशत है जो केंद्र सरकार द्वारा निर्धारित मापदंड 15 प्रतिशत से कम है। पुडुचेरी के बिजली कर्मचारियों की मांग है कि निजीकरण की प्रक्रिया निरस्त की जाये एंड आरऍफ़पी डाक्यूमेंट वापस लिया जाए। हम उनकी मांग का समर्थन करते हैं।