प्रातः 10 बजे, रामलीला मैदान, नई दिल्ली
श्री शैलेन्द्र दुबे, अध्यक्ष, एवं श्री पी. रत्नाकर राव, महासचिव, AIPEF का संदेश
मुख्य माँगें
- इलेक्ट्रिसिटी (अमेंडमेंट) बिल 2022 वापस लो। निजीकरण हेतु जारी किये गये स्टैण्डर्ड बिडिंग डॉक्युमेंट और ट्रांसमिशन के निजीकरण के आदेश को वापस लिया जाये।
- पॉवर सेक्टर के निजीकरण की समस्त प्रक्रिया रद्द की जाये। विशेष तौर पर केन्द्र शासित प्रदेश चंडीगढ और पुडुचेरी में निजीकरण की प्रक्रिया निरस्त की जाये। सभी मौजूदा निजीकरण व फ्रेंचाइजी करार रद्द हों।
- राज्यों में सभी बिजली कंपनियों का एकीकरण कर केरल में के एस ई बी लिमिटेड और हिमाचल में एच पी एस ई बी लिमिटेड की तरह एस ई बी लिमिटेड का गठन किया जाये।
- सभी बिजली कर्मचारियों और इंजीनियरों के लिये पुरानी पेंशन स्कीम लागू की जाये।
- तेलंगाना, ओडिशा, पँजाब और राजस्थान की तरह सभी प्राँतों में संविदा/आउटसोर्स बिजली कर्मियों को नियमित किया जाये और सभी रिक्त पदों पर नियमित तैनाती की जाये।
“पॉवर सेक्टर बचाओ – भारत बचाओ” रैली में लाखों की संख्या में 23 नवम्बर को दिल्ली पहुंचने के अभियान में पूरी शक्ति के साथ जुट जाने के आह्वान के साथ।
रैली 23 नवम्बर को प्रातः 10 बजे रामलीला मैदान से प्रारंभ होकर जन्तर मंतर तक जायेगी।
इंकलाब जिन्दाबाद!