नार्दर्न रेलवे मेन्स यूनियन ने जोनल महिला कांफ्रेंस आयोजित करी

नार्दर्न रेलवे मेन्स यूनियन (NRMU) की रिपोर्ट

नार्दर्न रेलवे मेन्स यूनियन के लखनऊ मंडल द्वारा वाराणसी में 16 नवंबर को आयोजित जोनल महिला कांफ्रेंस में आल इंडिया रेलवे मेन्स फैडरेशन के महामंत्री शिवगोपाल मिश्रा ने कहा कि यूनियन में महिलाओं को एक सुरक्षित वातावरण देना हमारी प्राथमिकता रही है, यही वजह है कि आज बड़ी संख्या में महिलाएं यूनियन के साथ जुड़ी हैं। रेल के निजीकरण के खिलाफ और पुरानी पेंशन की बहाली के संघर्ष में महिलाओं को महत्वपूर्ण भूमिका निभानी होगी !

वाराणसी में आयोजित इस कार्यक्रम को संबोधित करते हुए AIRF महामंत्री शिवगोपाल मिश्रा ने कहाकि संगठन में महिलाओं की भागीदारी जितनी जरूरी है, उससे कहीं अधिक उन्हें सुरक्षित वातावरण देना भी महत्वपूर्ण है ! NRMU से महिलाओं के जुड़ने की वजह ही ये है कि यहाँ उनके मान सम्मान का ख्याल रखा जाता है। महामंत्री ने कहा कि पिछले कुछ सालों में NRMU की महिला संगठन ने न सिर्फ बेहतर काम किया है बल्कि महिला रेलकर्मियों के बीच पकड़ भी मजबूत हुई है! महामंत्री ने कहा कि जिस संगठन में महिलाओं की पर्याप्त भागेदारी होगी, वो संगठन कभी किसी भी मामले में पीछे नहीं हो सकता।

एआईआरएफ महामंत्री ने कहा कि फैडरेशन ने महिलाओं की समस्याओं को हमेशा गंभीरता से लिया है, यही वजह है कि आज दुनिया के दूसरे देशों में कामकाजी महिलाएं जिन मांगो को लेकर आज संघर्ष कर रही है, वो सभी सुविधाएं भारतीय रेल की महिलाओँ को हासिल है। महामंत्री ने कहा कि चाइल्ड केयर लीव में जो 20 फीसदी की कटौती की गई है, उसे लेकर फैडरेशन की उच्चस्तर पर वार्ता चल रही है, जल्दी ही इस समस्या का समाधान हो जाएगा। महामंत्री ने कहा कि बोर्ड के आदेश के बाद भी अभी कई स्थानों पर महिलाओं के लिए अलग शौचालय चेंज रूम की व्यवस्था नहीं की गई है, ये गंभीर मामला है। महिलाओं को इसके लिए अब खुद आगे आना होगा !
महामंत्री शिवगोपाल मिश्रा ने कहा कि कई बार महिलाओं के खिलाफ हिंसा, योन शोषण की खबरें मिलती है , जो मामले संगठन की जानकारी में आ जाती है, उसमें तो हम सख्त कार्रवाई कराने में कामयाब हो जाते हैं, पर कई बार तमाम ऐसी घटनाएं होती हैं , जिनकी जानकारी ही नही हो पाती, ऐसे में मुश्किल होती है! इन हालातों में महिलाओं को भी जागरूक होने की जरूरत है!

महामंत्री ने कहा कि रेलवे के विकास में सरकार के हर कदम के साथ फेडरेशन रहेगा , लेकिन रेलवे के निजीकरण की कोशिश बर्दाश्त नहीं की जाएगी! इसके अलावा पुरानी पेंशन की बहाली को लेकर हम जल्द ही आर पार की लड़ाई लड़ेंगे, इसमें महिलाओं को महत्वपूर्ण भूमिका निभानी होगी !

महामंत्री ने इस बात पर नाराजगी जाहिर की जोनल वर्किंग कमेटी / कांफ्रेंस के लिए फेडरेशन प्रयास करके महिलाओं को छुट्टी / पास की सुविधा दिलाता है, लेकिन तमाम महिलाएं इस सुविधा के बाद भी कार्यक्रम में शामिल नही होती है! ये गलत है , इसके लिए आप सभी को आत्ममंथन करने की जरूरत है !

कार्यक्रम की मुख्यअतिथि लोकोमोटिव वर्क्स की महाप्रबंधक अंजली गोयल ने कहा कि आज महिला और पुरुष के नाम पर किसी तरह का भेद करना ठीक नहीं है, क्योंकि आज कोई ऐसा काम नहीं है जो महिलाएं न कर रही हों। कार्यक्रम का उद्घाटन करने के बाद कहा कि अब समय बदल गया है, महिलाएं हर काम करने में सक्षम है, इसलिए महिला और पुरुष के नाम पर किसी तरह का भेदभाव करना ठीक नहीं है।

उन्होंने कहा कि हमने महसूस किया है आज महिलाओं की आधी ताकत समानता की लड़ाई लड़ने में खर्च हो जाती है, ये ठीक नही है, अगर हम अपने ज्ञान को बढ़ाए तो ये ताकत हम खुद हासिल कर लेगें ! श्रीमती गोयल ने कहाकि आज तकनीक का समय है, हम जितनी जल्दी टेक्नो फ्रेंडली होंगे, वो हम सभी के लिए बेहतर होगा ! टेक्नोलॉजी कभी महिला – पुरूष में अंतर नही करता !

जोनल चेयरपर्सन प्रवीना सिंह ने कहा कि कम समय में महिलाओं ने न सिर्फ संगठन को मजबूत बनाया है, बल्कि उन्होंने खुद को भी आत्मनिर्भर बनाया है। उन्होंने कहा कि महिलाओं के खिलाफ हिंसा सिर्फ अपने देश में नही बल्कि दुनिया के दूसरे देशों में भी ऐसी घटनाएं हो रही है! जरूरत इस बात की है कि हम ऐसी हिंसा को चुपचाप बर्दाश्त न करें ! इसके खिलाफ सामने आएं और आवाज उठाएं, क्योंकि इससे तनाव भी बढ़ता है !

AIRF ने इसी बात को ध्यान में रखते हुए वेलबीइंग कार्यक्रम की शुरुआत की है! यूनियन की कोशिश होगी कि ऐसे लोगो के साथ संपर्क कर उन्हें बेहतर काउंसलिंग की सुविधा दें, जरूरत पड़ी तो NRMU उनका इलाज भी कराएगी! जहाँ तक महिला रेलकर्मियों की कुछ समस्यायों की बात है, उसके लिए उच्चस्तर पर प्रयास जारी है !

केंद्रीय अध्यक्ष एस के त्यागी ने कहा कि भारतीय रेल में जो कुछ चल रहा है, वो ठीक नही है, इससे न रेल का भला होने वाला है और न ही रेलकर्मियों का! निजीकरण हुआ तो सबसे बड़ी मुश्किल महिलाओं को ही होने वाली है! इन खतरों को हमें न सिर्फ खुद समझना होगा, बल्कि कार्यस्थल पर दूसरी महिलाओं को भी समझाना होगा !

श्री त्यागी ने कहा कि महिलाओं के आने से संगठन की भी ताकत बढ़ी है। श्री त्यागी ने कहा कि फैडरेशन ने भी महिलाओं के लिए काफी कुछ किया है, आज बोर्ड में या फिर जोनल रेलवे कोई भी बैठक हो, इसमें महिलाओं की भागेदारी सुनिश्चित की गई है। हर वेतन आयोग से महिलाओ के लिए कुछ न कुछ जरूर हासिल किया गया है।

नेशनल यूथ कन्वीनर प्रीति सिंह ने कहा कि अगर हमें सुरक्षित वातावरण और तनावमुक्त होकर काम करना है तो इसके लिए न सिर्फ यूनियन से जुड़ना है, बल्कि अधिक से अधिक महिलाओं को जोड़ना भी होगा! यूनियन / फेडरेशन जरिए महिलाओं ने बहुत कुछ हासिल किया है, और कई सुविधाएं मिलने वाली भी है !

मंडल मंत्री आर के पांडेय ने जोन के सभी मंडलों से आई महिलाओं का स्वागत किया ! श्री पांडेय ने कहा कि हो सकता है वाराणसी में आपको कुछ असुविधा का सामना करना पड़ा हो, हम अपनी गलतियों से सीखते है , फिर ये दिक्कत नही होगी !

इस कांफ्रेंस में फिरोजपुर, अंबाला, मुरादाबाद, दिल्ली, लखनऊ, वर्कशॉप, एकाउंट, ब्रिज की बड़ी संख्या में महिला प्रतिनिधियों ने हिस्सा लिया! जोनल महिला कन्वीनर दिव्या शर्मा ने 5 सूत्रीय प्रस्ताव रखा , जिसे सर्वसम्मति से स्वीकार किया गया! कार्यक्रम को कामयाब बनाने में लखनऊ मंडल की महिला टीम के अलावा वाराणसी की स्थानीय शाखाओं ने अहम भूमिका निभाई ! कार्यक्रम को मुख्य रूप से पूर्व मंडल अध्यक्ष राजेश सिंह, वरिष्ठ महिला नेता सरोज दीक्षित, आशा चड्ढा, बबिता शाही, पवन कुमारी, सुनीता भाटिया, पुष्पा गुप्ता, सोनिया हसीजा, नीलम कुमारी, मंजू विष्ठ, ट्रीजा मिंज, अनिता कोचर, मनजिंदर कौर और रिंकी सिंह ने संबोधित किया !

कार्यक्रम में मुख्यरूप से जोनल सेकेट्री एस यू शाह, सहायक महामंत्री रफीक अहमद, केंद्रीय उपाध्यक्ष राम अवतार मीना, दिल्ली मंडल अध्यक्ष अनूप शर्मा , मुरादाबाद राजेश चौबे, मनोज शर्मा, हेडक्वार्टर संजीव सैनी, वर्कशॉप अनूप वाजपेयी, एकॉउंट उपेंद्र सिंह, ब्रिज शैलेन्द्र सिंह, लखनऊ विभूति मिश्रा , वाराणसी DLW प्रदीप शर्मा समेत तमाम लोग मौजूद थे !

महेंद्र श्रीवास्तव

फोन 9140369128

 

Subscribe
Notify of
guest
0 Comments
Inline Feedbacks
View all comments