कामगार एकता कमिटी (KEC) संवाददाता की रिपोर्ट
22 दिसंबर, 2022 को महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री ने स्वीकार किया कि महाराष्ट्र राज्य विद्युत वितरण कंपनी लिमिटेड (महावितरण या MSEDCL) में कुल 26,648 तकनीकी और गैर-तकनीकी वर्ग III और IV के पद खाली पड़े हैं।
उन्होंने बताया, “महाजेनको (या महानिर्मिती; महाराष्ट्र सरकार की बिजली बनानेवाली कंपनी) में कुल 17,443 ठेका कर्मचारी काम कर रहे हैं, जबकि 3,940 और 21,551 ठेका कर्मचारी क्रमशः महाट्रांस्को (या महापरेषण; महाराष्ट्र सरकार की कंपनी) और MSEDCL में आउटसोर्स किए गए हैं।”
इतनी बड़ी संख्या में रिक्त पदों से मौजूदा कार्यबल पर काम का बोझ बहुत बढ़ जाता है और उपभोक्ताओं को सेवा की गुणवत्ता प्रभावित होती है। अनुबंधित और आउटसोर्स कर्मचारियों का उपयोग भी सेवा की गुणवत्ता को प्रभावित करता है।
सरकार खराब गुणवत्ता वाली सेवा का झूठा आरोप कर्मचारियों पर लगा रही है, न कि अपनी नीति पर और इसका उपयोग राज्य में बिजली वितरण के निजीकरण को सही ठहराने के लिए कर रही है।