महाराष्ट्र मज़दूरों की मांगों को लेकर 21 दिसंबर 2022 को मुंबई में बीएमएस महाराष्ट्र राज्य द्वारा बड़ा प्रदर्शन

भारतीय मजदूर संघ (बीएमएस) की संपादित रिपोर्ट

भारतीय मजदूर संघ महाराष्ट्र प्रदेश ने महाराष्ट्र के संगठित और असंगठित क्षेत्र में काम करने वाले मज़दूरों की विभिन्न समस्याओं पर सरकार का ध्यान आकर्षित करने के लिए 21 दिसंबर 2022 को आजाद मैदान में एक विशाल प्रदर्शन का आयोजन किया। 12000 से अधिक मज़दूरों ने प्रदर्शन में भाग लिया। महाराष्ट्र के श्रम मंत्री माननीय सुरेशभाऊ खाडे को एक ज्ञापन सौंपा गया।

ज्ञापन में निम्न मांगें उठाई गईं:
1. ठेका मजदूरों को हरियाणा और उड़ीसा सरकार की तरह सेवा में नियमित किया जाए।
2. असंगठित क्षेत्र के मज़दूरों को सामाजिक सुरक्षा प्रदान की जाए।
3. सामाजिक सुरक्षा संहिता 2019 और मजदूरी संहिता 2020 को तत्काल लागू किया जाए।
4. निर्माण मज़दूरों और घरेलू मज़दूरों को तत्काल सैंडल प्रदान किया जाना चाहिए।
5. आंगनबाड़ी सेविकाओं को 15000 रुपये मानदेय मिले।
6. बीड़ी मज़दूरों को न्यूनतम मजदूरी दी जाए।
7. रिक्शा टैक्सी चालकों के लिए घोषित मंडल तत्काल स्थापित किया जाए।
8. सार्वजनिक क्षेत्रों के निजीकरण और विनिवेश को तुरंत रोका जाए।
9. भविष्य जीविका कोष पेंशन ₹5000 होनी चाहिए।
10. राष्ट्रीय स्वास्थ्य अभियान के कर्मचारियों को सेवा में नियमित स्थानों पर शामिल किया जाए।
11. श्रम कानूनों का कड़ाई से पालन हो।
12. विश्वकर्मा जयंती को राष्ट्रीय मजदूर दिवस घोषित किया जाए।

आंदोलन को सफल बनाने के लिए महाराष्ट्र के सभी पदाधिकारियों, विभाग संगठकों, जिला पदाधिकारियों, उद्योग पदाधिकारियों व मज़दूरों ने अथक प्रयास किया।

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