बहादुर साथियों,
प्रबंधन की हठवादिता के चलते बिजली कर्मियों को अन्तत: मजबूर होकर आज, 15 मार्च से आंदोलन प्रारंभ करना पड़ रहा है। 14 मार्च को प्रदेश के समस्त जनपदों, राजधानी लखनऊ और परियोजनाओं में जिस एकजुटता के साथ विशाल मशाल जुलूस निकाले गए हैं वह संघर्ष के इतिहास में एक और मील का पत्थर बन गए है।
साथियों, 15 मार्च अर्थात आज से कार्य बहिष्कार प्रारंभ हो गया है। बिजली का ग्रिड पूरी तरह फेल न हो जाए और आम जनता को असुविधा न हो, इस दृष्टि से उत्पादन गृहों, ट्रांसमिशन और एसएलडीसी की शिफ्ट में कार्य करने वाले कर्मियों को कार्य बहिष्कार से अलग रखा गया है। अन्य सभी कर्मचारी और निविदा/ संविदा कर्मी पूरी तरह से कार्य बहिष्कार में सम्मिलित हैं। 16 मार्च की रात 10 बजे से 72 घंटे की हड़ताल पूरी एकजुटता के साथ शांतिपूर्ण ढंग से करने हेतु हम तैयार है।
ऊर्जा मंत्री के साथ हुए समझौते का लागू न होना एक ऐसा प्रश्न खड़ा कर रहा है जिससे भविष्य में समझौतों पर ही सवाल खड़ा हो जाएगा। ऐसे में शासन व प्रबंधन को हठवादी रवैया छोड़कर समझौते का पालन सुनिश्चित करना चाहिए। माननीय मुख्यमंत्री जी से यही हमारी अपील है।
हमारा आंदोलन शांतिपूर्ण है। निर्भय होकर अपनी एकजुटता बनाए रखते हुए आंदोलन के कार्यक्रमों को सफल बनाएं। आंदोलन के दौरान यदि किसी भी कर्मचारी को प्रदेश में कहीं भी गिरफ्तार किया जाता है तो शांतिपूर्वक अनिश्चितकालीन हड़ताल शुरू कर दें और शुरू होगा सामूहिक जेल भरो आंदोलन।
इंकलाब जिंदाबाद!
विद्युत कर्मचारी संयुक्त संघर्ष समिति, उत्तर प्रदेश