विद्युत कर्मचारी संयुक्त संघर्ष समिति, उत्तर प्रदेश के संयोजक श्री शैलेन्द्र दुबे का संदेश
14 मार्च को उत्तर प्रदेश में राज्य भर में विशाल मशाल रैलियां (मशाल जुलूस)। लगभग एक लाख बिजली कर्मचारी और आउटसोर्स कर्मचारी सड़कों पर उतर आए।
आज यानी 15 मार्च से वर्क बॉयकॉट शुरू हो गया।
72 घंटे की सांकेतिक हड़ताल 16 मार्च को रात 10 बजे से शुरू होगी।
एनटीपीसी लिमिटेड और पीजीसीआईएल के इंजीनियरों को वैकल्पिक व्यवस्था के रूप में थर्मल पावर स्टेशनों और ट्रांसमिशन सब-स्टेशनों में तैनात किया गया है।
उत्तर प्रदेश बिजली कर्मचारी युद्ध की राह पर हैं।
इंकलाब जिंदाबाद!
शैलेंद्र दुबे, संयोजक, विद्युत कर्मचारी संयुक्त संघर्ष समिति, उप्र