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- »SKM सभी प्रभावित उपभोक्ताओं के साथ मिलकर देशव्यापी अभियान कार्यक्रम शुरू कर बिजली कर्मचारियों के निजीकरण के खिलाफ चल रहे संघर्ष के साथ एकजुटता दिखाएगा
- »मुंबई शहर की सार्वजनिक परिवहन सेवा के लोक-विरोधी निजीकरण और किराया वृद्धि का विरोध करें
- »महाराष्ट्र के ठाणे शहर में, सुरक्षित रेलवे के लिए एक जोशीला अभियान!
- »उत्तर प्रदेश में बिजली के निजीकरण के ख़िलाफ़ संघर्ष का समर्थन करें!
- »लखनऊ में 22 जून को आयोजित विशाल बिजली महापंचायत ने उत्तर प्रदश के दो वितरण निगमों के निजीकरण के विरोध में अनवरत व्यापक जन आंदोलन चलाने का निर्णय लिया
मै एक बैंक कर्मचारी हूँ । आपकी AIFAP की वेबसाइट पर रेलवे के अलग अलग श्रेणी के मजदूरों के संघर्ष की खबर पढ़के, बेहद अच्छा लगता है । मगर यह बात बुरी भी लगती है कि वे सब एक होकर , शायद अपने अपने झंडे लेकर ही सही, मगर एक जॉइंट संघर्ष समिति बनाकर क्यों नही लड़ रहे । मेरे एक चाचा रेलवे में थे । उनसे मैंने १९७३-७४ के रेलवे हड़ताल के बारे में कई रोचक यादें सुनी हैं । अगर वैसी एकता वे फिर दिखायेंगे, तो सरकार एक दिन में ही शरण आएगी !