कामगार एकता कमिटी (केईसी) संवाददाता की रिपोर्ट
लगभग 115,000 अमरिकी रेल मज़दूरों ने 16 सितंबर 2022 से हड़ताल पर जाने की धमकी दी थी, यदि उनकी वेतन वृद्धि और उपस्थिति नीतियों में बदलाव की मांग पूरी नहीं हुई। मंदी की आशंका से जूझ रही अमरिकी अर्थव्यवस्था पर हड़ताल के गंभीर प्रभाव के कारण संयुक्त राज्य अमरिका के राष्ट्रपति को हड़ताल को टालने के लिए हस्तक्षेप करना पड़ा।
रेल मज़दूरों ने अपनी शक्ति का प्रदर्शन किया क्योंकि उनकी हड़ताल ने मालगाड़ियों की आवाजाही को रोककर लंबी दूरी के 40% व्यापार को बंद कर दिया होता। यूएस चैंबर ऑफ कॉमर्स ने चेतावनी दी कि हड़ताल एक “राष्ट्रीय आर्थिक आपदा” होगी। फ़ेडरल रेल प्रशासन के अनुसार, अमरीका में माल परिवहन का लगभग 28% रेल द्वारा होता है।
अस्थायी समझौते के अनुसार, वेतन वृद्धि चार दशकों से अधिक समय में रेल मज़दूरों को मिली सबसे बड़ी वृद्धि होगी। उन्हें 24% वृद्धि और बोनस में $5,000 मिलेंगे। समझौते में तत्काल 14.1% वेतन वृद्धि भी शामिल है।
समझौते में वर्ष में एक अतिरिक्त भुगतान अवकाश शामिल है, और रेल कंपनियां भी मज़दूरों को उनकी उपस्थिति नियमों के तहत दंडित किए बिना डॉक्टरों से मिलने और चिकित्सा प्रक्रियाओं के लिए अवैतनिक समय लेने के लिए सहमत हुई हैं।
अवैतनिक समय एक प्रमुख रियायत है जिसने काम करने की स्थिति के बारे में कुछ यूनियनों की चिंताओं को संबोधित किया। बीएनएसएफ और यूनियन पैसिफिक निजी रेल कंपनियों में वर्तमान प्रणाली के तहत, मज़दूरों को एक निश्चित संख्या में अंक प्राप्त होते हैं, और जब भी वे अवकाश लेते हैं तो वे अंक खो देते हैं। यदि मज़दूर अपने सभी अंको का उपयोग करते हैं, तो उन्हें अनुशासित किया जा सकता है या नौकरी से निकाला भी जा सकता है।
विभिन्न यूनियनों के सदस्यों द्वारा अनुमोदित होने के बाद यह समझौता 2020 से प्रभावी होगा।
यूनियन के एक नेता ने कहा, “हमारे सदस्यों, इस अर्थव्यवस्था के लिए आवश्यक मज़दूरों द्वारा दिखाई गई एकजुटता, जिससे अमरिका की मालगाड़ियों चलती रहती है, ने फर्क डाला।”
जुलाई में नियुक्त एक राष्ट्रपति के आपातकालीन बोर्ड ने मज़दूरों के लिए तत्काल 14% वेतन वृद्धि और मजबूत लाभों की सिफारिश की थी, लेकिन यूनियनों ने कहा कि वे किसी भी ऐसे प्रस्ताव को स्वीकार नहीं करेंगे जो “क्रूर” उपस्थिति नीतियों को नहीं बदलता है जो वर्तमान में उन्हें “90% समय कॉल पर” होने के लिए मजबूर करता है।
यूनियनों ने शिकायत की कि स्टाफ की कमी और कार्यस्थल पर उपस्थिति नीतियों ने कर्मचारियों के लिए दंडात्मक कार्यक्रम तैयार किए हैं। मज़दूरों का कहना है कि वे पूरे वर्ष प्रभावी रूप से कॉल पर हैं, कुछ मामलों में कोई भुगतान समय नहीं है, भले ही वे अस्वस्थ हों या अन्य व्यक्तिगत आपात स्थिति हो।
संयुक्त राज्य अमरिका में मालगाड़ियों का संचालन देश के कुछ सबसे बड़े पूंजीपतियों के कई निजी रेल इजारेदारों के स्वामित्व में है। वे इस बात पर जोर देते हैं कि संचालन के लिए पर्याप्त जनशक्ति सुनिश्चित करने के लिए यह प्रणाली आवश्यक है और दावा करते है कि तनाव को कम करने के लिए आक्रामक तरीके से भर्तियां कर रहे हैं। दूसरी ओर, प्रमुख रेल कंपनियों ने पिछले छह वर्षों में अपने कर्मचारियों की संख्या में 29% की कटौती की है।
1950 के दशक में दस लाख से अधिक अमरिकी ने रेलमार्ग पर काम करते थे, लेकिन उद्योग अब सिर्फ 150,000 से कम लोगों को रोजगार देता है।
रेल कर्मचारी आखिरी बार 1992 में हड़ताल पर गए थे। वह वाकआउट कांग्रेस (अमरिकी संसद) के हस्तक्षेप के कारण दो दिन चला था।
रेल कंपनियां हाल के वर्षों में भारी मुनाफा कमा रही हैं; अकेले 2021 में उन्होंने $20 बिलियन का रिकॉर्ड तोड़ लाभ कमाया। इसके अलावा, रेल उद्योग ने रेल सुरक्षा में सुधार के लिए नहीं, बल्कि अपने स्वयं के शेयर वापस खरीदने और अपने धनी शेयरधारकों को भारी लाभांश देने के लिए $18 बिलियन से अधिक खर्च किए। वास्तव में, 2010 के बाद से, रेल उद्योग ने शेयर पुन्ह्खरीदी और लाभांश पर $ 183 बिलियन से अधिक खर्च किए हैं।
यह बताया गया है कि निजी रेल कंपनियां 50% के औसत मार्जिन के साथ अमेरिका में सबसे अधिक लाभदायक उद्योगों में से एक हैं। परिवहन के रेल खंड का औसत शुद्ध मार्जिन – “लाभ, सभी खर्चों और करों के बाद, फर्म में शेयरधारकों को अर्जित” – 28.9% है।
अमरिका और दुनिया के सबसे बड़े पूंजीपतियों में से एक, वॉरेन बफेट के स्वामित्व वाली बीएनएसएफ रेलवे कंपनी का 2021 में 22.5 अरब डॉलर का राजस्व था और करों से पहले इसका लाभ 9.3 अरब डॉलर यानि 41% था। एक अन्य बड़ी रेल कंपनी सीएसएक्स कोर्प. का 2021 में राजस्व $ 12.5 बिलियन था और करों से पहले लाभ $ 5 बिलियन था, जो कि 40% है। इसकी तुलना सभी अमरीकी उद्योगों के लिए लाभप्रदता की औसत दर 7.9% है।
अभी तक सवैतनिक बीमारी अवकाश का कोई प्रावधान नहीं है, जो अमानवीय है। यह अनुमान लगाया गया है कि रेल कर्मचारियों को 15 दिनों की सवैतनिक बीमारी की छुट्टी प्रदान करने पर प्रति वर्ष अनुमानित $688 मिलियन खर्च होंगे, जो कि उद्योग द्वारा किए गए लाभ का 3.5% से भी कम है।
निजी रेल माल ढुलाई कंपनियों के तहत अमरिकी रेल मज़दूरों की कठोर कामकाजी परिस्थितियों से भारतीय रेल मज़दूरों के भारतीय रेल के निजीकरण का और भी अधिक सख्ती से विरोध करने का संकल्प मजबूत होना चाहिए। डेडिकेटेड फ्रेट कॉरिडोर पर मालगाड़ियों के संचालन के निजीकरण के सरकार के प्रस्ताव का विरोध कर इसे रोका जाना चाहिए!