अधिकतम लाभ के लक्ष्य से संचालित निजी बैंकिंग लोगों की बचत की सुरक्षा को खतरे में डालती है

अशोक कुमार, संयुक्त सचिव, कामगार एकता कमिटी (KEC) द्वारा “भारत में सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों का निजीकरण – क्यों, कैसे और कितनी दूर?” पर एक Read more