सार्वजनिक क्षेत्र की सेवाएं जनता के पैसे से जनता की सेवा के लिए बनाई गयी है; इन्हें मुनाफा कमाने का साधन बतौर नहीं देखा जा सकता!

श्री गिरीश भावे, संयुक्त सचिव, कामगार एकता कमिटी (KEC) 1991 की निजीकरण और उदारीकरण द्वारा भूमंडलीकरण की नीति लागू करने के बाद सत्ता पर आई Read more